सड़क हादसे में ऑयल से भरे ट्राले में लगी आग, एक शख्स जिंंदा ही जला
आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित धार जिले के गणेश घाट में एक बार फिर से भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें एक युवक ज़िंदा जल गया. गणपति घाट मौत के घाट के नाम से कुख्यात हो चुका है जहां 2009 से अभी तक 700 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है.
कमल त्यागी/धार: मध्य प्रदेश के धार जिले में एक भयानक हादसा हो गया जिसमें एक शख्स की जिंंदा जलने से मौत हो गई. गणपति घाट उतार रहे ट्राले ने अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ते हुए घाट पर चढ़ रहे दूसरे ट्राले को जोरदार टक्कर मार दी. एक ट्राले में ऑयल भरा हुआ था जिसके कारण दोनों वाहनों में लगी आग गई.
धामनोद से इंदौर जा रहा था ट्राला
सोमवार रात के समय मानपुर की और से आ रहे घाट उतर रहे ट्राले ने अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए धामनोद से इंदौर की ओर जा रहे ट्राले को जोरदार टक्कर मार दी.
आग में एक शख्स जिंंदा जला
भीषण आग में ट्राले में फंसे एक व्यक्ति की आग से मौत हो गई तो वहीं आग से झुलसे दूसरे गंभीर को मानपुर रेफर किया गया. जानकारी लगते ही धामनोद पुलिस मौके पर पहुंची. इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबा जाम लग गया. महेश्वर और धामनोद फायर ब्रिगेड द्वारा आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया.
700 से ज्यादा हो चुकी हैं मौतें
धार जिले के धामनोद थाना क्षेत्र के अंतर्गत नेशनल हाईवे पर बने गणपति घाट मौत के घाट के नाम से कुख्यात हो चुका है. यहां एक ओर अभी तक 2009 से अभी तक 700 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई है, वहीं हजारों लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
कई लोग आग लगने से जिंंदा जले
हादसाें में कई बार लाेगाें की माैत हाे चुकी है. कई लाेग वाहनाें में आग लगने से जिंदा जल गए हैं. हाल ही में विश्व बैंक के राेड सेफ्टी पायलेट प्राेजेक्ट में जिले के 14 ब्लैक स्पाॅट चिह्नित किए थे. इनमें से चार एनएचआई के अधीन हैं. हादसाें के लिए कुख्यात हाे चुके गणपति घाट काे भी इसी प्राेजेक्ट में लिया गया था. और भी कई तकनीकी खामियां गणपति घाट पर है जिसके कारण यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं.