PM मोदी के भोपाल दौरे से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, ये पूर्व सांसद हुआ कांग्रेस में शामिल
मध्यप्रदेश के चुनाव (MP Assembly Elections 2023) में अब बस कुछ ही महीने बचे हुए हैं. इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही जोड़तोड़ की राजनीति में लगी हुई है. इसी कड़ी में निमाड़ में बीजेपी को बड़ा झटका कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने दे दिया है.
वीरेंद्र वाशिंदे/बड़वानी: मध्यप्रदेश के चुनाव (MP Assembly Elections 2023) में अब बस कुछ ही महीने बचे हुए हैं. इससे पहले बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही जोड़तोड़ की राजनीति में लगी हुई है. इसी कड़ी में निमाड़ में बीजेपी को बड़ा झटका कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने दे दिया है. बीजेपी को ऐसे समय झटका लगा है, जब प्रधानमंत्री मोदी एमपी दौरे पर आने वाले है. दरअसल बीजेपी के पूर्व सांसद माखन सिंह सोलंकी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
बता दें कि चुनाव से पहले बीजेपी को अब तक का ये सबसे तगड़ा झटका लगा है. क्योंकि माखन सिंह सोलंकी बीजेपी के निमाड़ से सबसे कद्दावर नेता माने जाते हैं. उन्होंने सैकड़ों की संख्या में अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस ज्वाइन की है. वहीं अब बीजेपी इसकी क्या काट निकालती है ये तो देखना पड़ेगा.
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दिग्विजय सिंह काफी सक्रिय
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में इस वक्त चुनाव होने वाले हैं, और दिग्विजय सिंह इसे लेकर काफी सक्रिय भी है. वहीं पिछले कुछ समय से निमाड़ इलाके में दिग्विजय सिंह लगातार सक्रिय थे. गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा के आयोजन समिति के अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह को दी गई थी. जो मालवा-निमाड़ की खंडवा, बुरहानपुर और खरगोन जिले से गुजरी थी. तभी से दिग्विजय सिंह को काफी एक्टिव देखा जरा है. साल 2018 की बात करे तो मालवा-निमाड़ की 66 सीटों में कांग्रेस को 35 सीटें मिली थी, जबकि 28 पर बीजेपी सिमट गई थी. लेकिन अब 2023 के चुनाव से पहले दिग्विजय सिंह ने बीजेपी का बड़ा विकेट गिरा दिया है.
क्या कहा माखन सिंह ने...
माखन सिंह सोलंकी ने कहा कि पार्टी से खफा नहीं है लेकिन पार्टी के जो बड़े नेता हैं वह काम नहीं करते. लोग परेशान हैं. उन्होंने बड़वानी विधायक और कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि वो पशु पालन मंत्री है. पाटी क्षेत्र बहुत पिछड़ा हुआ है. वह चाहता तो मुर्गी पालन बकरी पालन सब आदिवासियों को देता, जिससे आदिवासियों की हालत सुधर जाती. इसके साथ ही खरगोन-बड़वानी सांसद गजेंद्र पटेल और राज्यसभा और सांसद सुमेर सिंह सोलंकी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अपने अपने में सभी मस्त रहते हैं और इन्हें पब्लिक से कोई लेना-देना नहीं है. लोग परेशान है इसलिए मैंने भाजपा को अलविदा कह दिया.
कौन हैं माखन सिंह सोलंकी
बता दें कि 65 वर्षीय माखन सिंह सोलंकी निमाड़ क्षेत्र में आदिवासियों के बीच बाऊजी नाम से काफी लोकप्रिय है. उनका राजनीति में करियर 1980 से शुरू हुआ था. 1980 में पहली बार ग्राम पंचायत पखाल्या के सरपंच बने थे, इसके बाद वो लगातार 3 बार सरपंच रहे. इसके बाद साल 2009 से 2014 तक बीजेपी के खरगोन-बड़वानी से लोकसभा सांसद रहे.
क्षेत्र में अच्छी पकड़
माखन सिंह सोलंकी की ताकत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते है कि साल 2009 में जब बीजेपी कमजोर स्थिति में तब उन्होंने संसदीय चुनाव बड़े अंतर से जीता था. अब उनका कांग्रेस में शामिल होने से खरगोन-बड़वानी के साथ पूरे निमाड़ अंचल में बीजेपी के लिए बड़ा नुकसान माना जा रहा है.