MP Politics: दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और कांग्रेस के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर से अपनी ही पार्टी को नसीहत दी है. उनका कहना है कि पार्टी में महिला नेताओं को पर्याप्त मौका नहीं मिल रहा है, इसलिए पार्टी में महिला नेतृत्व को आगे लाने की जरुरत है. यह कोई पहला मौका नहीं है जब लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही पार्टी को नसीहत दी हो इससे पहले भी वह कई बार इसी तरह से बयान दे चुके हैं. 


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महिलाओं को मौका मिलना चाहिए 


दरअसल, कांग्रेस के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा 'मेरा मानना है कि पार्टी में महिलाओं आगे लाना चाहिए, क्योंकि फिलहाल महिलाओं को पार्टी में पर्याप्त नेतृत्व नहीं मिल रहा है. बीजेपी ने महिलाओं के लिए लाड़ली बहना योजना लाकर सरकार बना ली. इसलिए कांग्रेस पार्टी को भी महिलाओं को ज्यादा आगे लाना चाहिए, क्योंकि अभी तक हम महिलाओं को कम आगे ला रहे हैं.' जीतू पटवारी का यह बयान अहम माना जा रहा है. 


नूरी खान ने पदों से दिया था इस्तीफा 


बता दें कि लक्ष्मण सिंह का यह बयान तब आया है, जब एक दिन पहले ही महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष नूरी खान ने पार्टी में अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. हालांकि उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है. लेकिन इस्तीफा देते हुए सामान्य कार्यकर्ता की तरह काम करने की बात कही थी. ऐसे में उनके इस कदम को नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि नूरी खान ने विधानसभा चुनाव में उज्जैन उत्तर सीट से टिकट मांगा था. वहीं अब लक्ष्मण सिंह ने भी महिलाओं को मौका दिए जाने का मुद्दा उठा दिया है. 


'डुकर' शब्द बोलने पर दी सफाई 


वहीं लक्ष्मण सिंह ने सीनियर नेताओं को 'डुकर' कहने पर भी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि किसी भी सीनियर आदमी को 'डुकर' कहना उसका सम्मान करना होता है, मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड से लेकर यूपी बिहार तक में यह शब्द प्रचलन में हैं. सीनियर नेता को डुकर कहना गलत नहीं है. लक्ष्मण सिंह ने कहा कि मेरी उम्र भी 70 साल से ज्यादा हो चुकी है. इस लिहाज से मैं खुद भी डुकर हूं, मैं थोड़ी जवान हूं. इसलिए मैंने यही कहा था कि अब पार्टी में ऐज फैक्टर को ध्यान में रखकर ही कामों का बंटवारा करना चाहिए. 


बता दें कि कुछ दिनों पहले लक्ष्मण सिंह ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था 'कांग्रेस का युवाओं को लोक सभा में लड़ाने का निर्णय स्वागत योग्य है. शुभकामनाएं!!"डुकरों"को भी कम मेहनत करनी पड़ेगी. अब उन्हें वैसे भी केवल मार्ग दर्शन देना चाहिए.' लक्ष्मण सिंह ने अपने इसी बयान पर सफाई दी है. यह कोई पहला मौका नहीं है, जब लक्ष्मण सिंह ने अपनी ही पार्टी की लीग से हटकर बयान दिया हो. इससे पहले भी वह कई बार इस तरह के बयान दे चुके हैं. 


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