madhya pradesh news-दीपोत्सव से 7 दिन पहले यानी 24 अक्टूबर को गुरु-पु्ष्य नक्षत्र योग के साथ अमृत और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन  रहा है. इस नक्षत्र में बाजारों में धन वर्षा की उम्मीद है, बाजारों में पु्ष्य नक्षत्र को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है. यह नक्षत्र सूर्योदय के साथ शुरू होगा और पूरे दिन रहेगा. बाजारों में ग्राहक पहुंचकर खरीदारी कर रहे हैं. व्यापारियों को उम्मीद है कि इस साल अच्छी बिक्री होगी, अनुमान लगाया जा रहा है कि करोड़ों की खरीदारी हो सकती है.


 

मान्यता है कि इस दिन पुष्य नक्षत्र में खरीदी की गई कोई भी वस्तु लंबे समय तक उपयोगी रहती है, इस दिन खरीदारी करना शुभ करना माना जाता है. 

 

क्या खरीदें

पुष्य नक्षत्र में कुछ चीजों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है, इस नक्षत्र में लोहा, चांदी की खरीदारी,मि, जमीन, घर, भवन, गाड़ी खरीदना शुभ होता है. इस दिन सोना जरूर खरीदना चाहिए और सोना के अलावा चांदी के आभूषण या मूर्ति भी खरीद सकते हैं साथ ही तांबे और पीतल के बर्तन भी ले सकते हैं.

 

क्यों खास है पुष्य नक्षत्र 

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी 27 नक्षत्रों में पुष्य नक्षत्र 8वां होता है. पुष्य नक्षत्र को सभी नक्षत्रों का राजा माना जाता है, पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति हैं. शास्त्रों में 'गुरु' को पद-प्रतिष्ठा, सफलता और ऐश्वर्य का कारक माना गया है और शनि को वर्चस्व , न्याय एवं श्रम का कारक माना गया है, इसीलिए पुष्य नक्षत्र को शुभ माना जाता है.