प्रमोद शर्मा/भोपाल। द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति चुन ली गई हैं. चुनाव जीतने के बाद से ही उन्हें लगातार बधाईयां मिल रही हैं. द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुने जाने के बाद एक बार फिर से देश की सियासी केंद्र में आधी आबादी आ गई है. मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में आधी आबादी की सबसे ज्यादा अहमियत हैं. बीजेपी की राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने द्रौपदी मुर्मू को बधाई देते हुए 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा बयान दिया. बता दें कि कविता पाटीदार हाल ही में राज्यसभा के लिए चुनी गई है. ऐसे में बीजेपी ने 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आधी आबादी को साधने के लिए फोकस करना शुरू कर दिया है. 


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2023 में मिलेगा फायदा
बीजेपी की राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि ''अब सियासत के केंद्र में आधी आबादी है. बीजेपी लगातार महिलाओं को सशक्त बनाने में जुटी है. जबकि कांग्रेस के राज में महिलाओं पर अत्याचार हुए हैं, आज राष्ट्रपति से लेकर राज्य सभा तक महिलाओं को सशक्त किया है, महिलाएं भाजपा से कनेक्ट हो चुकी है, जिसका फायदा 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिलेगा. 


महिलाएं भाजपा से जुड़ रही हैं
दरअसल, एमपी में भाजपा से महिलाओं को कनेक्ट करने का जिम्मा संभाल रही बीजेपी की प्रदेश महामंत्री और राज्य सभा सांसद कविता पाटीदार ने दावा किया है अब महिलाएं भाजपा से कनेक्ट है. जबकि कांग्रेस से महिलाओ ने किनारा कर लिया है, क्योंकि कांग्रेस के राज में महिलाएं सशक्त नहीं हुई हैं, भाजपा ने महिलाओं को सशक्त किया है, क्योंकि बीजेपी का नारा ही है महिलाओं को सशक्त बनाना. 2023 में आधी आबादी के साथ होने से भाजपा को बड़ा फायदा होगा. 


एक तीर से दो निशाने 
दरअसल, द्रौपदी मुर्मू का राष्ट्रपति चुना जाना बीजेपी का एक तीर से दो निशाने साधने जैसा है, क्योंकि बीजेपी के पक्ष में दो बाते जा सकती हैं, पहली बतौर आदिवासी द्रौपदी मुर्मू देश की पहली राष्ट्रपति बनी हैं, जबकि दूसरी आधी आबादी का नेतृत्व करेगी. ऐसे में बीजेपी ने एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है. जिसको लेकर बीजेपी की महिला ब्रिगेड भी अत्साहित नजर आ रही है. हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में भी बीजेपी ने दोनों महिला प्रत्याशियों को राज्यसभा भेजा है. 


राजनीतिक जानकारों का भी मानना है कि बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव में ओबीसी वर्ग से आने वाली कविता पाटीदार और अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाली सुमित्रा बाल्मीकि को राज्यसभा भेजा है. जबकि अब आदिवासी वर्ग से ही आने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की नई राष्ट्रपति चुनी गई हैं. इस लिहाज से देखा जाए तो 2023 के विधानसभा चुनाव में इसका फायदा पार्टी को हो सकता है. 


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