भोपाल: मध्य प्रदेश में पेट्रोल-डीजल की महंगाई की मार झेल रहे उपभोक्ताओं को अब बिजली का झटका (Electric Price Hike) लगा है. बिजली वितरण कंपनियों की डिमांड पर मप्र विद्युत नियामक आयोग ने FCA (फ्यूल कास्ट एडजस्टमेंट) में 10 पैसे की बढ़ोतरी की मंजूरी दी है. यानी अब उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 6 पैसे की बजाए 16 पैसे FCA देना होगा. ये दर 1 जुलाई से 30 सितंबर तक के लिए है. हालांकि 100 यूनिट तक बिजली की खपत पर 100 रुपए ही देने होंगे.


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बिल में आएगा कितना अंतर
अभी तक 100 यूनिट पर 6 पैसे प्रति यूनिट के अनुसार 6 रुपए फ्यूल कॉस्ट लग रहा था, जो अब 16 पैसे प्रति यूनिट के अनुसार 16 रुपए लगेगा. वहीं, 200 यूनिट पर 12 रुपए की जगह 32 रुपए और 300 यूनिट पर 18 रुपए की जगह 48 रुपए देना होगा.


इससे पहले अप्रैल में बढ़ाया था चार्ज
बिजली कंपनियों ने इसी साल अप्रैल में भी बिजली की दरों में बढ़ोतरी की थी. बिजली की कीमतों में औसतन 2.64 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई थी. इसमें घरेलू बिजली की दरों में 3 से 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.


इस तरह से बढ़ते हैं दाम
बता दें हर तीन महीने में बिजली कंपनियां फ्यूल कास्ट का निर्धारण नियामक आयोग से कराती हैं. बिजली बनाने में कोयला परिवहन और फ्यूल की कीमतों के आधार पर FCA की दर निर्धारित होती है. कंपनियां बिजली दरों के अलावा उपभोक्ताओं से FCA चार्ज भी वसूलती हैं. नियामक आयोग द्वारा हर तीन महीने में तय हुए FCA के मुताबिक बिजली के दान घटते या बढ़ते हैं.


बिजली के बढ़े दामों से उपभोक्ता नाराज
बिजली उपभोक्ता पहले से ही बढ़ी हुए दरों को लेकर नाराज हैं. आम मध्यमवर्गीय उपभोक्ताओं के सामने बिजली जलाना अब मुश्किल होता जा रहा है. बढ़ते दामों को लेकर उपभोक्तओं में नाराजगी है. ऐसे में माना जा रहा है कि शिवराज सरकार को इसका असर निकाय चुनावों में देखने को मिल सकता है. 


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