राकेश जयसवाल/खरगोन: खरगोन जिले के कसरावद थाना क्षेत्र के भट्ट्यान खुर्द के बुजुर्ग किसान अंतरसिंह दरबार ने पैतृक चार एकड़ कृषि भूमि दिल्ली के रितेश त्यागी नामक व्यक्ति ने जबरिया कब्जा लम्बे समय से कर लिया. त्यागी की फूलदेवी के नाम से कंपनी है. पौधारोपण के नाम पर सरकारी काम बताकर दादागिरी से कब्जा किया हुआ है. जिसे लेकर किसान ने पटवारी, तहसीलदार से अब गुहार लगाई है. लेकिन सुनवाई नहीं होने पर गेहूं में रखने की आयुर्वेदिक कीटाणु मारक दवाई की चार गोली खाकर आत्महत्या की कोशिश की है.


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बता दें कि किसान का जिला अस्पताल में उपचार जारी है. मामले में किसान और उसका परिवार लम्बे समय से गुहार लगा रहे है. मगर कोई सुनवाई नहीं होने से उसने यह कदम उठाया है.


आयुर्वेदिक दवाई खाई
हालाकि किसान का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है. उनकी हालत सामान्य है. जिला अस्पताल के सिविल सर्जन AS चौहान ने सलफास गोली खाने से इंकार किया. किसान द्वारा गेहूं में रखने की आयुर्वेदिक कीटाणु मारक दवाई की चार गोली खाना बताया है. यह जहरीली दवाई नहीं है.


वहीं एसडीएम कसरावद संघप्रिय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए किसान के सभी दस्तावेज तहसीलदार व पटवारी से तलब कर प्रकरण को देखा जा रहा है. उसमें पारिवारिक तहलीदार व एसडीएम न्यायलीय के प्रकरण होने की बात कही है. मगर किसान द्वारा उठाए इस तरह के कदम नहीं उठाने की अपील की साथ ही बताया सुनवाई नहीं होने अपील का रास्ता सुरक्षित रहता है. शिकायतकर्ता सही रास्ते अपनाए न्याय मिलेगा. एसडीएम ने किसान के प्रकरण पर भी एक्शन की बात कही है.


वही किसान ने त्यागी नामक व्यक्ति की रसुकदारी एवम धमकी देकर जबरन कब्जा इस तरह किया है कि तुम पटवारी, तहसील, पुलिस सभी दूर दौड़ो तुम्हारी कोई नहीं सुनेगा. सभी कुछ मेरे इशारे पर होगा. इससे आहत होकर किसान ने गेहूं में रखने की चार गोली खाकर आत्महत्या का कदम उठाया. हालांकि किसान पूरी तरह से खतरे से बाहर है. जिला अस्पताल में उसका उपचार किया जा रहा है.