MP News: श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से एक अच्छी खबर आ रही है. नेशनल पार्क में धीरे-धीरे चीतों को खुले जंगल की सैर के लिए छोड़ा जा रहा है. इस बार जंगल में एक मादा चीता को छोड़ा गया है. कूनो प्रबंधन ने रविवार की शाम को साउथ अफ्रीका से लाई गई निरवा नाम की मादा चीता को कूनो के विशेष बड़े बोमा से रिलीज करते हुए उसे खुले जंगल में छोड़ दिया है. अब खुले जंगल में चीतों की संख्या बढ़कर 7 हो गई है.   


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मादा चीता निरवा 18 फरवरी को 12 चीते की दूसरी खेप में साउथ अफ्रीका से कूनो नेशनल पार्क लाई गई थी. करीब 100 दिन तक चीतों के विशेष बाड़े में रहने के बाद उसे जंगल में छोड़ दिया गया. पर्यटकों के दीदार के लिए कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने नामिबिया और साउथ अफ्रीका से लाए गए चीतो में से 6 चीजों को पहले से ही खुले जंगल में आजाद कर रखा है और अब निरवा मादा चीते के खुले जंगल में छोड़े जाने के बाद खुले जंगल में घूमने वाले चीतों की संख्या 7 हो गई है.


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24 घंटे हो रही चीतों की मॉनिटरिंग
खुले जंगल में छोड़े गए चीतो में 4 नर और 3 मादा चीता शामिल हैं, जो पूरी तरह स्वस्थ हैं. कूनो के बाड़ों से खुले जंगल में छोड़े गए चीतों की सुरक्षा में लगी टीम 24 घंटे लगातार चीतों की मॉनिटरिंग में लगी है. बारिश से पहले संभावना भी जताई जा रही है कि कूनो प्रार्क प्रबंधन जल्द ही एक और मादा चीते को बोमा से खुले जंगल में छोड़ सकता है.


मुख्यमंत्री ने बुलाई बैठक
भारत में खत्म हो चुकी चीतों की प्रजाति को एक बार फिर से कूनो नेशनल पार्क में बसाने की कोशिश की जा रही है. प्रोजेक्ट के पहले चरण में 17 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. लेकिन, परेशानी की बात ये है कि अब तक कूनो में तीन शावक चीता, दो मादा चीता और एक नर चीता समेत 6 की मौत हो चुकी है. चीतों की मौत के बाद मध्य प्रदेश सरकार भी अलर्ट पर आ गई है. हाल ही में चीतों के मौत के बाद चीता टास्क फोर्स को खत्म कर स्टीयरिंग कमेटी बनाई गई है . मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 29 मई को चीता समीक्षा बैठक बुलाई है. इस बैठक में चीता प्रोजेक्ट को लेकर चर्चा होगी.