Gwalior News: टेकनपुर बीएसएफ की लापता दोनों महिला कांस्टेबल मिल गई हैं. शाहना खातून और आकांक्षा निखार को मुर्शिदाबाद बॉर्डर से पकड़ा गया है. बीएसएफ की दोनों महिला कांस्टेबल करीब एक महीने पहले लापता हुई थीं. स्थानीय पुलिस और बीएसएफ की टीम उनकी तलाश कर रही थी. फिलहाल बीएसएफ ने दोनों की बरामदगी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है. दोनों की गुमशुदगी की रिपोर्ट ग्वालियर के बिलौआ थाने में दर्ज थी.


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पूछताछ में जुटी खुफिया एजेंसियां
दोनों बांग्लादेश बॉर्डर पर बीएसएफ की हिरासत में हैं और अफसरों द्वारा उनसे पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार दोनों मुर्शिदाबाद में बीएसएफ कैंप में हैं. अब तक की पूछताछ में उन्होंने बताया है कि वे अपनी मर्जी से अकादमी छोड़कर गए थे. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है, पूछताछ के बाद ही मामला स्पष्ट हो पाएगा.


 


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बांग्लादेश सीमा पर की जा रही थी तलाशी
बता दें कि बीएसएफ अकादमी टेकनपुर में तैनात दो महिला कांस्टेबल की पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश सीमा पर तलाश की जा रही थी. इसके लिए अलर्ट भी जारी किया गया था. एसआईटी और इंटेलिजेंस दोनों की तलाश कर रही थी. इसके साथ ही लापता महिला कांस्टेबल की मां की शिकायत पर बिलौआ थाने ने अपहरण का मामला भी दर्ज किया था.


रहस्यमय ढंग से गायब हुईं थीं दोनों
गौरतलब है कि ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी से दो महिला आरक्षकों के लापता होने का मामला सामने आया था. दोनों दोस्त हैं, जो कि 27 मई से अकादमी के हॉस्टल से गायब हैं. लापता आरक्षक आकांक्षा निखार जबलपुर की रहने वाली है, तो दूसरी शहाना खातून पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की निवासी है. ग्वालियर के बिलौआ थाना पुलिस को बीएसएफ की ओर से सूचना मिलने के बाद जब पड़ताल की गई तो दोनों ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर साथ साथ ट्रेन में बैठते दिखीं थीं. पहले वे दिल्ली पहुंची वहां एटीएम से पैसे निकाले और फिर मुर्शिदाबाद के लिए रवाना हुईं. वहां से कोलकाता जाकर फिर मुर्शिदाबाद पहुंची. 


रिपोर्ट- करतार सिंह राजपूत