Pollution In Indore: इंदौर में कोरोना का संकट लगभ खत्म हो गया है. वहीं इस साल सभी लोगों ने धूम-धाम से दीपावली का त्योहार मनाया साथ ही जमकर आतिशबाजी भी की है. हालांकि अच्छी बात ये है कि इस बार पटाखों के धुएं से प्रदूषण कम हुआ है. लेकिन धूल में अभी भी कणों की संख्या में इजाफा हुआ है.  प्रदूषण बोर्ट द्वारा की गई गणना में इंदौर शहर के सेंटरों में एयक क्वालिटी इंडेक्स में कमी आई है. वहीं रीगल तिराहे पर सबसे अधिक प्रदूषण देखा गया है.


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बता दें कि रीगल तिराहे पर रियल टाइम पाल्यूशन मानिटरिंग स्टेशन पर पीएम (धूल के सूक्ष्म कण) 10 की मात्रा 600 से अधिक मापी गई है. वहीं पीएम 2.5 की मात्रा 320 से अधिक मापी गई है.


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रीगल तिराहे पर था प्रदूषण
दीपावली के बाद रीगल तिराहे के बोर्ड ऑफिस और महू नाका स्थित तरण पुष्कर में एक मैन्युअल मॉनिटरिंग की गई. जानकारी के लिए बता दें कि रीगल तिराहे पर लगातार 24 घंटे की मॉनिटरिंग की जाती है. यहां के आंकड़े दिल्ली भेजे जाते है. अगर इन आंकड़ों की बात करें तो बीते साल की तुलना में इस साल प्रदूषण कम रहा है. इस साल दीपावली का एक्यूआइ 175 रहा, जबकि पिछले साल यह 198 था.


रीगल इलाका सबसे अधिक प्रदूषित
इस साल रीगल इलाका सबसे प्रदूषित रहा है. यहां पर पीएम 10 की मात्रा 618 रही है, जबकि महू नाका क्षेत्र में यह 355.5 और विजय नगर में 219 थी. इसे मानक 100 से कम होना चाहिए. 


इस बार ध्वनि प्रदूषण ज्यादा रहा 
आपको बता दें कि इस बार दिवाली पर वायु प्रदूषण भी ज्यादा हुआ है. प्रदूषण नियंत्रण के मुताबिक दिवाली पर शाम 6 बजे से रात 12 बजे के बीच ध्वनि पदूषण 25 डेसिबल की वृद्धि देखी गई