MP NEWS: रामलला के दर्शन करने जाएंगे दिग्विजय सिंह, लेकिन प्राण प्रतिष्ठा पर उठाए सवाल!
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या में रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम से दूरी बनाने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे, लेकिन उन्होंने कहा कि वे मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने पर वहां जाएंगे.
Madhya Pradesh News: 22 जनवरी को अयोध्या में होने जा रहे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से भले ही कांग्रेस ने दूरी बना ली हो, लेकिन कांग्रेसी नेता खुद पर उठ रहे सवालों से बचने के लिए राम भक्ति में लीन नजर आ रहे हैं. इस बीच रविवार को सीहोर पहुंचे वरिष्ठ कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि वे रामलला के दर्शन करने जाएंगे. इस दौरान उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा.
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाने के सवाल पर कहा कि जब मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, उसके बाद रामलला के दर्शन करने जाएंगे. उन्होंने कहा कि धर्म जोड़ता है और राजनीति बांटती है. अंग्रेजों ने फूट डालो की नीति अपनाई थी और इस समय भी बीजेपी कुछ ऐसा ही कर रही है. सीहोर में दिग्विजय सिंह एक आयोजन में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी चर्चा की.
भाजपा पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि 3 महीने बाद भी प्राण प्रतिष्ठा हो सकती थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में लाभ लेने के लिए यह आयोजन अभी किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि श्रीराम में हिंदू तो आस्था रखते ही है, लेकिन मुस्लिम और ईसाई भी श्रीराम में आस्था रखते हैं, क्योंकि भगवान श्री राम ने पिता का वचन निभाने के लिए वनवास जाने का फैसला किया था. मर्यादा पुरुषोत्तम राम को सभी धर्म के लोग आस्था के साथ पूजते हैं.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे ये कांग्रेस नेता
इधर, बैतूल के पूर्व कांग्रेस विधायक और उनकी पत्नी को अयोध्या से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण आया है. पूर्व विधायक निलय डागा और उनकी पत्नी दीपाली डागा को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं. निलय डागा ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए सहभागिता अभियान चलाया था, जो लगभग 3 वर्षों तक के चला था. इस अभियान में निलय डागा ने बैतूल विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक घर से एक-एक रुपए की राशि एकत्रित की थी.