पूर्व रॉ चीफ को मिली जेड प्लस सिक्योरिटी! जानिए किसको मिलती है कैसी सुरक्षा
Securities in India: हमारे देश में कई प्रकार की सुरक्षा श्रेणियां है. लोगों को उनके पद के एहमियत के हिसाब से इन कैटेगरियों का विभाजन किया गया है. इसमें जानते है किन किन को कैसी सुरक्षा मिलती है, कितने प्रकार की श्रेणी होती है और इसमें कब कब बदलाव किए गए है.
Security Category in India: पूर्व रॉ चीफ सामंत कुमार गोयल को z+ सेक्योरिटी (security) दी गई है. ये NSA चीफ अजित डोवल (Ajit Doval) के बेहद नजदीकी माने जाते है. देश में समय समय पर अति-विशिष्ट या विशिष्ट लोगों को खुफिया ब्यूरो की तरफ से सुरक्षा संबंधी खतरों को देखते हुए यह सुरक्षा दी जाती है. सुरक्षा व्यवस्था की भी कई श्रेणियां है. जैसे X, Y,Y+, Z, Z+ और SPG की सुरक्षा. हम आपको इन्हीं सुरक्षा श्रेणियों के बारे में बताने जा रहै है...
X श्रेणी : इसमें 2 सुरक्षा गार्ड तैनात रहते हैं, जिसमें एक निजी सुरक्षागार्ड (पीएसओ) की तैनाती होती है.
Y श्रेणी : इसमें कुल 11 सुरक्षाकर्मी होते हैं. जिसमें से दो पीएसओ होते हैं. इस श्रेणी में कोई कमांडो तैनात नहीं होता.
Y + श्रेणी: इसमें 11 सुरक्षाकर्मी मिले होते हैं. इनमें 1 या 2 कमांडो और 2 पीएसओ भी शामिल होते है.
Z श्रेणी : इस श्रेणी की सुरक्षा में चार से पांच एनएसजी कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षागार्ड होते हैं, जिसमें दिल्ली पुलिस, ITBP/CRPF के कमांडो या स्थानीय पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं.
Z + श्रेणी : ये श्रेणी स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप की सुरक्षा के बाद भारत की सर्वोच्च सुरक्षा श्रेणी है. इसमें संबंधित विशिष्ट व्यक्ति की सुरक्षा में 36 जवान तैनात होते हैं. इसमें 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो के साथ-साथ दिल्ली पुलिस, ITBP/CRPF के कमांडो और राज्य के पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं.
स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG) की सुरक्षा: देश में यह सुरक्षा श्रेणी का सबसे ऊंचा स्तर है. यह देश की सबसे पेशेवर एवं आधुनिकतम सुरक्षा बलों में से एक है. इस सुरक्षा श्रेणी की शुरुआत 1985 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद की गई थी. अब यह सुरक्षा केवल प्रधानमंत्री या पूर्व प्रधानमंत्री को दी जाती है.