MP के इन दो शहरों में होगा G-20 शिखर सम्मेलन, जानिए क्या होता है यह आयोजन
मध्य प्रदेश के दो शहरों में G-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा. इसमें शामिल होने वाले अंतराष्ट्रीय प्रतिभागियों के प्रवास के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समन्वय समिति का गठन किया गया.
प्रमोद शर्मा/भोपालः प्रदेश के 2 शहरों इंदौर एवं भोपाल में होने वाली जी-20 समूह की बैठकों के दौरान अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों के प्रवास पर उनके सत्कार, आवास, सुरक्षा-व्यवस्था के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सरकार ने समन्वय समिति का गठन किया गया. इसके लिए प्रमुख सचिव पर्यटन को सदस्य सचिव एवं नोडल अधिकारी बनाया गया है. बता दें कि 01 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक की अवधि में भारत जी-20 समूह की अध्यक्षता करेगा. इस अवधि में देश के विभिन्न स्थानों पर 190 से अधिक बैठकों का आयोजन किया जाना है.
मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल में होने वाली जी-20 समूह की बैठकों दौरान अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों के प्रवास को लेकर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में समन्वय समिति गठन किया गया. समन्वय समिति में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन, गृह, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन, मुख्य कार्यपालन अधिकारी अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान भोपाल के सदस्य होंगे.
क्या होता है जी-20 शिखर सम्मेलन
यूरोपियन यूनियन देश मिलकर जी-20 का निर्माण करते हैं. इसमें 20 देशों के अध्यक्षों की वार्षिक बैठक की जाती है. जिसे जी-20 शिखर सम्मेलन के नाम से जाना जाता है. इस सम्मेलन में सभी देशों के मुख्य विषय आर्थिक परेशानी, ग्लोबल वॉर्मिंग, स्वास्थ, आतंकवाद और अन्य जरूरी मुद्दों पर चर्चा की जाती है. पूरे विश्व में जितने भी आर्थिक उत्पादन होते हैं, उसमें से 80% योगदान इन 20 देशों का होता है.
कब हुई इसकी शुरुआत
आपको बता दें कि 1977 में एक वित्तीय संकट आया था, उस संकट को ध्यान में रखते हुए दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्था वाले देशों ने इस पर विचार किया कि दुनिया में संकट से बचने के लिए एक समूह बनना चाहिए, जिसके बाद 1999 में जी-20 की स्थापना की गई. विश्व की दो तिहाई जनसंख्या जी-20 देशों के पास है. पूरे विश्व में जितना भी अंतराष्ट्रीय ट्रेड होता है उसमें तीन चौथाई हिस्सा इन जी 20 देशों से होता है.
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