अजय दुबे/जबलपुर: जिले (Jabalpur News) के पनागर में पंडित धीरेंद्र शास्त्री (Pandit Dhirendra Shastri) के सत्संग कार्यक्रम के दौरान 15 माह की एक बच्ची की अचानक तबीयत खराब हो गई. जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मी और स्टाफ ने आनन-फानन में प्राथमिक उपचार के लिए पनागर उप स्वास्थ्य केंद्र (Panagar sub-health center) लेकर पहुंचे. जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे विक्टोरिया अस्पताल में रेफर कर दिया. हालांकि इलाज के दौरान 15 माह की मासूम बच्ची की मौत (15-month-old innocent girl died) हो गई.


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क्या है पूरा मामला?
मामले को लेकर एडिशनल एसपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री की 25 मार्च से जबलपुर के पनागर में सात दिवसीय भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है. भागवत कथा के चौथे दिन मंगलवार को कटनी जिले के ढीमरखेड़ा के निवासी मनोहर पटेल अपनी 15 माह की बेटी देवांशी पटेल के साथ भागवत कथा सुनने जबलपुर आए थे. दोपहर करीब 12:30 बजे पुलिस स्टाफ द्वारा नोटिस किया गया कि एक महिला अपनी गोदी में टॉवल में बच्ची को ढक कर बैठी हुई थी. 


बच्ची की हो गई मौत
बता दें कि जब पुलिस कर्मचारियों द्वारा देखा गया तो उसकी आंखें खुली हुई थीं और उसकी स्वास्थ्य ठीक नहीं था. जिसके बाद पनागर पुलिस द्वारा उसे तत्काल उप-स्वास्थ्य केंद्र पनागर ले जाया गया. जहां से उसे विक्टोरिया अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन जिसके बाद सूचना मिली कि बच्ची की मौत हो गई है.


बच्ची की मौत के कारणों का नहीं हुआ खुलासा?
मिली जानकारी के अनुसार, जिस बच्ची की मौत हुई है उसके परिजन ढीमरखेड़ा कटनी जिला के निवासी बताए जा रहे हैं.सीएसपी प्रियंका शुक्ला ने बताया कि अभी तक अस्पताल द्वारा किसी भी तरह की जांच रिपोर्ट नहीं मिली है. इसके बाद  ही मामले में खुलासा किया जाएगा कि आखिर 15 माह की बच्ची की मौत किन कारणों से हुई है? हालांकि, कयास लगाया जा रहा है कि भीड़ अधिक होने के कारण गर्मी और दम घुटने से मौत हो सकती है.