Madhya Pradesh News: ग्वालियर में मंगलवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया. यहां एक सरकारी स्कूल की इमारत ढह गई. गनीमत रही कि महज 15 मिनट पहले ही सभी बच्चे कक्षा से बाहर निकल गए थे. वरना बड़ा हादसा हो सकता था. स्कूल में 19 बच्चे और दो टीचर मौजूद थे. घटना मुरार थाना क्षेत्र में स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय चकराम पुरा की है. स्कूल की इमारत जर्जर हो चुकी थी. बावजूद इसके उसी जर्जर बिल्डिंग में स्कूल चल रहा था. इससे शिक्षा विभाग की लापरवाही उजागर होती है. स्कूल में पढ़ने वाले छात्र अभिषेक ने बताया कि स्कूल की छत गिर गई थी, लेकिन सभी बच्चों की छुट्टी हो चुकी थी. 


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सागर के शाहपुर में घटी हृदय विदारक घटना के बाद सीएम के निर्देश के बाद अब नगरीय निकाय एक्टिव मोड़ में आ गए हैं. दमोह जिले के पथरिया में जिले की पहली कार्रवाई हुई है. जब यहां सालों से खाली पड़ा जर्जर तीन मंजिला मकान प्रशासन ने जमीदोज किया. पथरिया के वार्ड नम्बर 7 में एक बड़ा मकान कई सालों से बन्द पड़ा है. इसके मालिक यहां सालों से नहीं आए. नगर पालिका ने घर के बाहर नोटिस चिपकाया था उसके बाद भी जब कोई सामने नही आया तो प्रशासन ने इस मकान को धराशाई कर दिया. 


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जारी रहेगी मुहीम
एसडीएम निकेत चौरसिया के मुताबिक, ये जर्जर इमारत आसपास के लोगों के घरों के लिए खतरा थी. इससे बड़ा नुकसान हो सकता था. लिहाजा इसे जमीदोज किया गया है. अब ये मुहिम शुरू हुई है. जो लगातार जारी रहेगी. सागर में कुछ दिनों पहले ही शिवलिंग निर्माण के धार्मिक आयोजन के दौरान 9 बच्चों की मौत हो गई. बच्चे मिट्टी के शिवलिंग बना रहे थे, तभी अचानक उनके ऊपर दीवार गिर गई. सभी बच्चों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि दो बच्चे घायल हो गए थे.


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रीवा में कार्रवाई शुरू
इधर, रीवा में हादसे से सबक लेते हुए जर्जर भवनों पर कार्रवाई जारी है. प्रशासन ने ऐसी इमारतों पर बुलडोजर चला रही है, जो जर्जर हैं. आज से कार्रवाई शुरू हो गई है. 25 भयप्रद भवनों को चिन्हित किया गया है. सीएम के निर्देश के बाद रीवा जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. नगर निगम और नगर पालिका निगम के समस्त अधिकारियों राजस्व के एसडीएम तहसीलदार पटवारी को कलेक्टर ने दिए निर्देश चिन्हित कर करें. जर्जर भवन के मालिकों को नोटिस दें. जल्द से जल्द मरम्मत कराएं. जिन भवनों की मरम्मत नहीं हो सकती. उनको चिन्हित करें और तत्काल उन्हें गिरा दें.