ग्वालियर: चंबल अंचल में डेंगू के बाद अब चिकनगुनिया महामारी के रूप में फैल रही है. भिंड जिले के एक गांव में 85 फीसदी चिकुनगुनिया के मरीज मिले हैं. इसका खुलासा जीआरएमसी की माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के वायरोलॉजी लैब के चिकित्सकों द्वारा हाल ही में किए गए आउटब्रेक इन्वेस्टिगेशन में हुआ है. इन्वेस्टिगेशन के बाद से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. 


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गांव के कई लोगों के लिए गए सैंपल
दरअसल भिंड जिले के मेहगांव कस्बे के शंकरपुरा गांव इस समय बुरी तरह चिकनगुनिया की चपेट में है. यहां चिकनगुनिया महामारी का रूप ले चुका है. गांव के 85% लोग चिकनगुनिया की गिरफ्त में हैं. गांव में लगातार चिकनगुनिया के मरीज सामने आने के बाद भिंड जिले के सीएमएचओ की रिपोर्ट के बाद हरकत में आए. जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के वायरोलॉजी लैब के विशेषज्ञों की टीम ने हाल ही में इस गांव का आउटब्रेक इन्वेस्टिगेशन किया. गांव के कई लोगों के सैंपल लिए गए, इन सैंपल की जांच जीआरएमसी मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के वायरोलॉजी लैब में की गई.


रोकथाम के लिए बरती जा रही सावधानी
गांव में चिकनगुनिया के 85% मरीज मिले हैं, इस इन्वेस्टिगेशन के बाद भिंड जिले में हड़कंप मचा हुआ है. अगर चिकनगुनिया की रोकथाम नहीं हुई तो यह आसपास के सैकड़ों गांव में फैल सकता है. इसके फैलाव को रोकने के लिए भी एहतियात बरते जा रहे हैं. गांव में चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए दवाइयों का वितरण भी किया गया है. इसके अलावा लोगों से मच्छरदानी के प्रयोग की अपील की गई है.


गंदगी ने लिया महामारी का रूप
इन्वेस्टिगेशन करने गए चिकित्सकों का कहना है कि गांव में गंदगी और जलजमाव की स्थिति के कारण चिकनगुनिया ने महामारी का रूप ले लिया है. सैंपल लिए गए हैं और उन्हें जिनेम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे की लैब में भेजा गया है. ताकि यह पता लग सके कि चिकनगुनिया ने कहीं अपना नेचर तो नहीं बदला है. गांव के आसपास भी निगरानी रखी जा रही है, कई सालों बाद यह पहला मौका है जब चिकनगुनिया इस तरह विकराल रूप लेकर एक महामारी की तरह भिंड जिले में सामने आया है.


क्या है चिकनगुनिया
चिकनगुनिया एक वायरल जनित बीमारी है, जो इंफेक्टेड Aeses मच्छरों के काटने से फैलता है. इस बीमारी तेज सिरदर्द, मांसपेशियों में खिंचाव, जोड़ो में दर्द, चक्कर आना और उल्टी होना इसके सामान्य लक्षण हैं. इस बीमारी से बचने के लिए अपने आस-पास सफाई रखें और पूरे कपड़े पहन कर रखें. यदि आप इस बीमारी से संक्रमित होते हैं तो चिकित्सक से परामर्श लें.


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