MP News: ग्वालियर ट्रिपल मर्डर केस में आरोपी गिरफ्तार, सुसाइड नोट में लिखा था नाम, जानें पूरा मामला
Gwalior Crime News: ग्वालियर के सिरोल इलाके में प्रॉपर्टी कारोबारी जीतेंद्र झा के पूरे परिवार की आत्महत्या के मामले में वांटेड देवेंद्र पाठक को गिरफ्तार कर लिया गया है. इस घटना के बाद से आरोपी फरार था.
करतार सिंह राजपूत/ ग्वालियर: ग्वालियर के सिरोल थाना क्षेत्र में लगभग एक माह पहले हुई ट्रिपल सुसाइड मामले में एक नया मोड़ आया है. पुलिस ने इस मामले में आरोपित देवेंद्र पाठक को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि आरोपित इस घटना के बाद से ही फरार चल रहा था. उसका नाम प्रापर्टी कारोबारी ने सुसाइड नोट में लिखा था. फिलहाल पुलिस का कहना है कि अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल पाई है. लेकिन जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जायेगा. देवेंद्र पाठक की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक की ओर से 5000 रुपये का इनाम घोषित था.
आरोपी ने किया बड़ा खुलासा!
प्रारंभिक पूछताछ में देवेंन्द्र पाठक ने झा परिवार के तीन सदस्यों की आत्महत्या की जो वजह बतायी है, वह किसी के गले नहीं उतर रही है. उनका कहना है कि जितेंद्र झा का नाबालिग बेटा अचल झा देशी शराब का सेवन करता था. जब उसने यह बात प्रॉपर्टी डीलर जीतेंद्र झा को बताई तो वह परेशान रहने लगे. इसी बात को लेकर दोनों के बीच झड़प हो गई. देवेंन्द्र पाठक के खुलासे के बाद 12वीं कक्षा में पढ़ने वाला अचल झा भी तनाव में रहने लगा. हालांकि पुलिस को उसकी बताई कहानी पर यकीन नहीं हो रहा है.
जानिए पूरा मामला
गौरतलब है कि करीब एक माह पहले सिरोल थाना क्षेत्र के हरखेड़ा रोड तिराहे पर एक मकान में प्रॉपर्टी डीलर जीतू उर्फ जितेंद्र झा, पत्नी त्रिवेणी झा और बेटे अचल झा ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली थी. जांच के दौरान पुलिस को जिस घर में आत्महत्या हुई वहां एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें किसी देवेंद्र पाठक और पेटल को जिम्मेदार ठहराया गया था.
प्रारंभिक जांच के बाद सिरोल पुलिस ने देवेंद्र पाठक के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज किया था. आरोपी देवेंद्र पाठक भी सिरोल इलाके में स्थित साक्षी अपार्टमेंट में रहता है. लेकिन वह घटना दिनांक 27 जनवरी से ही अपने परिवार सहित घर से गायब था. झा परिवार के तीन सदस्यों ने 25-26 जनवरी की दरमियानी रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. सुसाइड नोट में उल्लेख था कि देवेंद्र पाठक चार लाख रुपए के लिए परिवार पर दबाव बना रहा था. जिसके कारण 12वीं में पढ़ने वाले अचल ने सबसे पहले अपने घर में फांसी लगाई और इसके बाद उसके माता-पिता भी फांसी पर झूल गए थे.