Madhya Pradesh News In Hindi: 500 रुपए में शादी करने वाली आईएएस अधिकारी डॉ.सलोनी सिडाना अब मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की डायरेक्टर बन गई हैं. अपनी सादगी और सख्ती के लिए मशहूर डॉ.सिडाना ने एनएचएम में भ्रष्टाचार और फिजूलखर्ची पर कड़ा रुख अपनाया है. अधिकारियों को अब सरकारी पैसे का दुरुपयोग करने की इजाजत नहीं है. कई अधिकारी जो बोतलबंद पानी का खर्च सरकारी खाते में जमा करते थे, अब पानी के लिए वाटर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं. डॉ.सिडाना ने विभाग में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देने के लिए सख्त कदम उठाए हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: सौरभ शर्मा का विदेशी कनेक्शन! जांच में मिली US, सिंगापुर समेत 4 देशों की करेंसी


IAS डॉ.सलोनी सिडाना बनीं NHM की डायरेक्टर
दरअसल, आईएएस अधिकारी डॉ. सलोनी सिडाना अब मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक (डायरेक्टर) हैं. पदभार संभालने के बाद उन्होंने एनएचएम में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की पहल की है. उन्होंने पाया कि अधिकारी सरकारी धन को बेवजह खर्च कर रहे हैं, जैसे कि दफ्तर में बोतलबंद पानी का अत्यधिक उपयोग. डॉ.सिडाना ने इस पर रोक लगा दी है और अधिकारियों को दफ्तर में लगे वाटर प्यूरीफायर से पानी पीने को कहा है. उनकी इस कार्रवाई से एनएचएम में हड़कंप मच गया है और अधिकारियों में डर का माहौल है.


यह भी पढ़ें: 2024 की आखिरी मोहन कैबिनेट की बैठक आज, सिंहस्थ से लेकर 2025 के प्लान पर चर्चा


ऑफिस में नहीं चलेगी मनमानी
बता दें कि डॉ सिडाना को कोई साधारण आईएएस समझने की गलती न करें. अपनी सख्ती और सादगी के लिए मशहूर डॉ सिडाना ने महज 500 रुपये में शादी कर ली थी. एनएचएम एमपी में पदस्थ एक सूत्र ने हमें बताया कि डॉ सलोनी सिडाना बेहद ईमानदार और सख्त अधिकारी हैं. उन्होंने एनएचएम में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सख्ती शुरू कर दी है. मुफ्त का सामान लूटने वाले एनएचएम में पदस्थ अधिकारी अब मुश्किल में हैं. सूत्रों के मुताबिक डॉ सलोनी सिडाना ने अधिकारियों से साफ कह दिया है कि दफ्तर में किसी की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी. एक सूत्र ने बताया कि एनएचएम दफ्तर में वाटर प्यूरीफायर लगे होने के बाद भी कुछ अधिकारी हर साल करीब 8 लाख रुपये का बोतलबंद पानी खरीद कर पीते थे.