भोपाल: हाल ही में लंबे इंतजार के बाद मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के निगम मंडलों में नयी नियुक्तियां हुई थी. इस दौरान भी  सबसे ज्यादा चर्चा में रहीं सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) की खास समर्थक इमरती देवी (Imarti Devi). उन्हें लघु उद्योग निगम का अध्यक्ष बनाया गया.एक बार फिर वो चर्चा में हैं. दरअसल पूर्व मंत्री इमारती देवी एक कार्यक्रम में गई थीं, जहां उनसे उपचुनाव (MP By Election) में उनकी हार पर सवाल किया गया. इस दौरान इमरती देवी का हार को लेकर दर्द फिर से देखा गया. एक तरह से उन्होंने अपनी हार का जिम्मेदार पार्टी को ठहराया.


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हार का ठीकरा पार्टी पर फोड़ा
इमारती देवी ने उपचुनाव में अपनी हार का ठीकरा पार्टी पर फोड़ा. चुनाव में हुई अपनी हार के लिए पार्टी को जिम्मेदार बताते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव हारे क्योंकि बीच में पार्टी बदल ली, नहीं तो हमे कोई नहीं हरा पाता. बता दें इमरती देवी अपनी पढ़ाई को लेकर कई बार चर्चा में रही हैं. जब वो कांग्रेस की कमलनाथ सरकार में थीं, तब भी चर्चाओं में रहती थीं. एक बार उऩ्होनें 15 अगस्त पर मुख्यमंत्री के संदेश को पढ़ते हुए बीच में छोड़ दिया और कलेक्टर को उसे पढ़ने का आदेश दे दिया था. उनकी क्षमता पर अक्सर सवाल खड़े होते हैं. कहा जाता है कि सिंधिया की कट्टर समर्थक होने के कारण उन्हें फायदा मिलता है.


 



 


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कांग्रेस ने कसा तंज
इमरती देवी का अपनी हार का जिम्मेदार पार्टी को ठहरने पर कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने तंज कसा है. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा... पूर्व मंत्री इमारती देवी ख़ुद कह रही हैं कि मैं अभी तक नहीं हारी लेकिन पार्टी बदल ली, इसलिये अब हार गई. हम 2008 से लगातार विधायक रहे,अभी बीच में हार गए,वो भी पार्टी बदल ली इसलिए,नहीं तो हमें कोई नहीं हरा पाता". सच ज़ुबान पर आ ही जाता है. 2023 में सारे ग़द्दार हारेंगे. इमरती देवी के वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा बोले जिन्होंने पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी से चुनाव लड़ा वो चुनाव हारे है. इस बात पर मुहर इमरती देवी ने लगा दी है. पार्टी के साथ गद्दारी करने वाले जैसे तैसे कुछ लोग उपचुनाव तो जीत गए पर आगामी समय मे हारेंगे.


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