राजू प्रसाद/इंदौर: जिले में एक निजी कंपनी के सात कर्मचारियों ने कंपनी के बाहर एक साथ जहर खा लिया.जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. मिली जानकारी के अनुसार अभी सभी की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.कर्मचारी 20 साल से कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन अचानक से काम से निकाल दिया गया था.जिसके चलते कर्मचारियों ने डिप्रेशन में आकर यह कदम उठाया.


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परदेशीपुरा थाना क्षेत्र का मामला
दरअसल पूरा मामला परदेशीपुरा थाना क्षेत्र की अजमेरा वायर कंपनी (Ajmera Wire Company of Pardeshipura Police Station Area) का है. कंपनी मॉड्यूलर किचन फेसिंग बनाने का काम करती है.यहां पर 15 से 20 कर्मचारी काम करते हैं. कम्पनी के एक कर्मचारी ने बताया कि दो दिन पहले कंपनी के मालिक रवि बाफना और पुनीत अजमेरा ने सात कर्मचारियों जमनाधार विश्वकर्मा,दीपक सिंह,राजेश मेमियोरिया,देवीलाल करेड़िया,रवि करेड़िया,जितेंद्र धमनिया और शेखर वर्मा को अचानक से कम्पनी से निकाल दिया था.


पिछले 20 साल से कंपनी में कर रहे थे काम 
कम्पनी ने कर्मचारियों से कहा कि अब कंपनी में आपके लिए कोई काम नहीं है, सभी सात कर्मचारी पिछले 20 साल से इस कंपनी में काम कर रहे थे और वे सभी अचानक डिप्रेशन में आ गए, जिसके कारण सभी कर्मचारी आज सुबह कंपनी के गेट पर पहुंच गए और सबने मिलकर जहर खा लिया. जिसके बाद साथी कर्मचारियों ने सभी को एमवाय अस्पताल (MY Hospital) में भर्ती कराया, जहां सभी खतरे से बाहर हैं.


कंपनी का काम पिछले सात महीने से बंद था:पुलिस
वहीं पुलिस के अनुसार कंपनी में 20 कर्मचारी काम करते हैं और कंपनी का काम पिछले सात महीने से बंद था और मालिक ने कर्मचारियों को सात महीने का वेतन भी नहीं दिया था और सभी सात कर्मचारियों को बाणगंगा में उनकी दूसरी फैक्ट्री में काम पर शिफ्ट कर दिया गया था. जिससे सभी ने जहर खा लिया. फिलहाल सभी कर्मचारियों का इलाज चल रहा है.जिसके चलते पुलिस उनके बयान नहीं ले पाई है,उनके बयान के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.