Ram Mandir: फ्री में बन रहा राम नाम का टैटू, बनवाने के लिए उमड़ी भीड़, 8 गुना बड़े रजिस्ट्रेशन
MP NEWS: 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. केंद्र सरकार समेत कई राज्य सरकारें इस दिन को उत्सव के तौर पर बनाने की तैयारी कर रही हैं. अयोध्या में भी भव्य आयोजन की तैयारियों की जा रही है. इस बीच इंदौर के लोगों में भी जबरदस्त रामभक्ति देखी जा रही है
Madhya Pradesh News: 22 जनवरी को होने जा रही राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को लेकर पूरे देश में काफी उत्साह का माहौल है. ऐसा ही माहौल इंदौर शहर में भी देखने को मिल रहा है. यहां एक ऐसा राम भक्त देखने को मिला है जो 1008 राम नाम के टैटू फ्री में बना रहा है. टैटू बनाने वाले का संकल्प 1008 लोगों को राम नाम लिखने का था, लेकिन उनके पास 6500 से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं.
रोहित सनेचा का कहना है वो किसी भी राम भक्त को निराश नहीं करेंगे. 20 और 21 जनवरी का टैटू का संकल्प पूरा करेंगे. उसके बाद भी 23 जनवरी को इंस्टाग्राम के माध्यम से जो राम भक्त राम नाम टैटू से वंचित रह गए हैं उन्हें आगे इंस्टाग्राम के माध्यम से बता दिया जायेगा.
आर्ट के जरिए करना चाहता था योगदान
टैटू आर्टिस्ट सनेचा का कहना है कि 550 साल और लंबे संघर्ष के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है. इसी मंदिर निर्माण को लेकर मन में संकल्प आया था कि जिस तरह रामसेतु बनाने में एक गिलहरी ने योगदान दिया था, उसी तरह पूरी दुनिया राम मंदिर निर्माण में कुछ न योगदान कर रही है. इसी तरह मैं भी आर्ट के जरिए अपना योगदान देना चाहता था.
क्या बोले युवक
टैटू बनवाने आए एक युवक ने बताया कि वे अपनी पीठ पर अयोध्या का टैटू बनवा रहा हूं. उन्होंने जो टैटू बनवाया है उसे बनने में कुल 14 घंटे लगेंगे. इसे दो पार्ट में बनाया जाएगा. पहले पार्ट का काम पूरा हो गया है. टैटू बनने पर होने वाले दर्द को लेकर युवक ने कहा कि टैटू बनने में दर्द तो हो रहा है, लेकिन भगवान राम के आगे ये कुछ भी नहीं है वो शक्ति देंगे.
22 जनवरी को मनाया जाएगा उत्सव
बता दें कि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन के लिए सरकारों के साथ-साथ कई सामाजिक संस्थाएं कुछ कुछ योगदान दे रही हैं. मध्य प्रदेश सरकार भी उज्जैन स्थित महाकालेश्वर से 5 लाख लड्डू अयोध्या भेज रही है. इन लड्डूओं का इस्तेमाल प्रसाद के लिए किए जाएंगे. छत्तीसगढ़ से भी ऑर्गेनिक सब्जियां और कई टन चावल भेजे गए हैं, जिनका इस्तेमाल रामजी के भोग के लिए होगा. मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी का दिन उत्सव के रूप में मनाया जाएगा. इसके लिए शासन और प्रशासन तैयारियों में जुटा है.