इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर से एक ऐसा मामला सामने आया है. जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. एक महिला ने घरेलू हिंसा में अपने मृत ससुर को भी आरोपी बना दिया. महिला ने इस केस को जिला हाई कोर्ट में दायर किया था. अब बचाव पक्ष के वकील ने इस की जानकारी दी है. 


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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वकील ने बताया कि करीब 21 साल पहले मर चुके शख्स के खिलाफ जब समन जारी हुआ तो उसके बाद महिला के पति ने अदालत से गुहार लगाई है कि उनकी पत्नी ने झूठा केस दर्ज करवाया है. इसे रद्द कर दिया जाए.


मानसिक प्रताड़ना की गई
महिला ने पति ने कोर्ट में अपील करते हुए कहा कि इस झूठे केस की वजह से उन्हें और उनके परिवार को जो मानसिक प्रताड़ना मली है, उसका मुआवजा दिया जाए. बचाव पक्ष की ओर से वकील प्रीति मोहना ने बताया कि महिला ने अपने पति के खिलाफ एक केस First class judicial magistrate के सामने दायर की थी. जिसमें महिला ने अपने सास-ससुर के खिलाफ भी घरेलू हिंसा के केस दर्ज किया था. महिला और उसके पति ने साल 2013 में लव मैरिज की थी, और साल 2002 में ससुर की मौत हुई थी.


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महिला ने कोर्ट को अंधेरे में रखा
महिला द्वारा दायर किए गए केस में अदालत ने सास-ससुर और पति को समन जारी किया था. इसके बाद 9 मई को महिला के सुसर का डेथ सर्टिफिकेट अटैच किया गया था. अब बचाव पक्ष की वकील ने कहा कि महिला ने कोर्ट को गुमराह किया और न्यायिक प्रक्रिया का गलत इस्तेमाल किया. वकील ने ये भी कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए. अब कोर्ट ने महिला से जवाब मांगा है.