Indore Bawadi Accident: इंदौर हादसे के बाद लोगों ने बताई सच्चाई, कैसे छोटे से मंदिर पर हुआ अवैध निर्माण, दिग्विजय सिंह भी पहुंचे
Indore Temple Accident: इंदौर में हुए भीषण हादसे के बाद कांग्रेस (Congress)लगातार भाजपा (BJP)पर निशाना साध रही है. वहीं स्थानीय लोगों ने घटना को लेकर जी मीडिया से मंदिर परिसर पर हुए अवैध निर्माण की जानकारी दी.
Digvijay Statement in Indore Accident: इंदौर (Indore) में रामनवमी पर बावड़ी की छत धंसने से हुए भीषण हादसे में अभी तक 35 लोगों की मौत की खबर सामने आई है. घटना के बाद लगातार विपक्ष शासन प्रशासन दोनों को निशाना बना रहा है. घटना स्थल पर पहुंचे सूबे के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh)ने कहा कि किस वजह से घटना हुई इसके पीछे कुछ बातें सामने निकल कर आई है. उनके मुताबिक मंदिर पर लोगों का कब्जा था. इसके अलावा जी मीडिया की टीम से स्थानीय लोगों ने भी मंदिर परिसर के बारें में क्या कहा है जानते है..
छोटे मंदिर पर हुआ निर्माण
घटना को लेकर जी मीडिया की टीम ने जब लोगों से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब यहां सिर्फ बिल्वपत्र का पेड़ और शिव का छोटा सा मंदिर था लेकिन धीरे - धीरे असामाजिक लोगों ने इसे अपना अड्डा बना लिया और कब्जा कर लिया. इसके बाद यहां पर मंदिर की आंड़ में नशे की सामाग्रियां बेचने लगे. स्थानीय महिलाओं का कहना है कि यहां पर लगातार लोगों के द्वारा उत्पात मचाया जा रहा था.
शिवरात्रि पर भी भारी भीड़ इकट्ठा हुई थी. यहां पर हो रहे निर्माण की बहुत लोगों ने कंप्लेन की लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया जिसकी वजह से ये हादसे में तब्दील हो गया.
शिकायत के बाद नहीं हुई कार्रवाई
घटना स्थल पर लोगों का दर्द बांटने पहुंचे कांग्रेस सांसद व प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कहा कि इतनी बड़ी घटना होने का जिम्मेदार प्रशासन है क्योंकि स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत की थी इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
प्रभावशाली लोगों का कब्जा
मंदिर परिसर पर प्रभावशाली लोगों का कब्जा था. बावड़ी के ऊपर बिना नगर निगम की अनुमति से स्लैब डाला गया था. स्लैब डालने की शिकायत कई बार की गई लेकिन राजनीति वजह की वजह से कोई भी कार्रवाई नहीं की गई. इसके अलावा दिग्विजय ने कहा कि घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए और जो भी गुनाहगार है उसे सजा मिलनी चाहिए.
जनता की नाराजगी
हादसे के बाद घटना स्थल पर पहुंचे कांग्रेस नेता जीतू पटवारी और अरविंद बागड़ी को भारी नाराजगी का सामना करना पड़ा. स्थानीय लोगों ने कहा कि नेतागिरी न करें. नाराजगी की वजह से विधायक जीतू पटवारी को बाहर जाना पड़ा.