नशे की लत छुड़ाने गया था रिहैब सेंटर, कर्मचारियों ने फोड़ दी आंख
एरोड्रम इलाके के एक रिहैब सेंटर में नशा छुड़ाने के नाम पर दुकान संचालक के साथ मारपीट की गई. पुलिस की मौजूदगी में रिहैब सेंटर से दुकान संचालक को जब बाहर निकाला गया तो उसकी आंख, हाथ व पैर में पिटाई के निशान थे. कर्मचारियों उसकी आंख तक फोड़ दी है.
इंदौर: एरोड्रम थाना क्षेत्र स्थित रिहेब सेंटर में भर्ती मरीज के साथ वहां के तीन कर्मचारियों ने मारपीट की. उसे इस कदर पीटा की आंख नीली हो गई. उसके कपड़े तक फाड़ दिए. जब पत्नी उससे मिलने पहुंची तो पति की हाल देखकर चौंक गई. उसने संबंधित थाने में शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने तीनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया.
चेन, मोबाइल और बाइक रख ली
मामला छोटा बांगड़दा रोड पर श्री सिद्धि डी एडिकशन सेंटर का है. यहां नशे की लत से परेशान स्कीम नंबर 78 में रहने वाले राहुल सिरसाट को परिजनों ने 6 जून को भर्ती करवाया था. भर्ती करते समय सेंटर के कर्मचारी राहुल मिश्रा, अविनाश और गौरव शर्मा ने उसकी सोने की चेन, मोबाइल और बाइक रख ली और बाद में लौटाने का कहा.
तीनों कर्मचारी गिरफ्तार
इलाज लगभग पूरा होने के बाद जब राहुल सिरसाट ने अपनी चीजें वापस मांगी तो तीनों कर्मचारियों ने उसे जमकर पीटा. इससे उसकी आंख में गंभीर चोट आई. जब पत्नी अपने पति से मिलने पहुंची तो उसकी हालत देखकर दंग रह गई. वह पति को लेकर एरोड्रम थाने पहुंची और शिकायत दर्ज करवाई. पुलिस ने आरोपी तीनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है.
शंका होने पर बुलाई गई थी पुलिस
पीड़ित राहुल की पत्नी किरण के मुताबिक रिहेब सेंटर में नशा छुड़ाने के लिये करीब 7 हजार रूपए प्रतिमाह देना पड़ते हैं. जिसमें 5 हजार रूपए 6 जून की रात को जमा करा दिए थे. बचे हुए दो हजार रूपए जमा कराने और पति राहुल को कपड़े देने के लिये रिहेब सेंटर गई थी. यहां सुबह 11 बजे से दो बजे तक बैठाए रखा. मैंने पति को कैमरे में देखने के बात कही तो वह भी नहीं दिखाए. शंका होने पर हमने हंगामा किया फिर पुलिस को बुलाया.
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