Indore Temple Accident: बलेश्वर महादेव मंदिर ( beleshwar mahadev temple) में हुई 36 मौतों से इंदौर शहर अभी तक मातम में है, जब से यह घटना हुई है तभी से शासन व प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े किए जा रहे थे,  इंदौर नगर निगम आज  बिलेश्वर मंदिर के अवैध निर्माण पर सुबह 6 बजे से प्रशासन की कार्रवाई चल रही है. मंदिर तोड़ने के विरोध में बजरंग दल व कुछ हिंदू संगठन थे, विरोध की वजह से भारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल मंदिर के मलवे से ही बावड़ी (stepwell)को भरने का कार्य अभी जारी है.


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आपको बता दें कि इंदौर नगर निगम की एक साथ चार जगह बड़ी कार्यवाही कार्रवाई पटेल, स्नेह नगर गार्डन, जहां हादसा हुआ था. दूसरी कार्रवाई ढक्कन वाला कुआं , तीसरी कार्रवाई सुखलिया ओर चौथी कार्रवाई गाड़राखेड़ी में चल रही है .


 


भारी पुलिस बल तैनात
दरअसल रामनवमी पर इंदौर के बमलेश्वर महादेव मंदिर के बावड़ी के धंसने से कई लोगों के हुए मौत के बाद से ही प्रशासन एक्शन में है. पूरे मामले की मजिस्ट्रियल जांच की गई. इसके बाद आज सोमवार की सुबह नगर निगम और प्रशासन ने बावड़ी पर बुलडोजर चलवाकर कार्रवाई शुरू कर दी है. मौके पर भारी पुलिस बल तैनात हैं. 


रात 12 बजे चिपकाया गया नोटिस
मिली जानकारी के रविवार की रात 12 बजे मंदिर नोटिस चिपकाया गया था. जेसीबी डंपर रात को ही आ गए थे और सुबह 6 बजे कारवाई शुरू कर दी गई. हर घर के सामने पुलिस मौजूद रही. बता दें कि प्रशासन द्वारा मंदिर पर कार्रवाई करते हुए पहले निर्माणाधीन मंदिर की दीवारें तोड़ी गई और फिर आम बावड़ी वाले मंदिर से मूर्तियों को हटाया गया. प्रशासनिक कार्रवाई से आसपास के रहवासी दुःखी नजर आएं. 


कैसे टूटी बावड़ी की छत?
स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के अनुसार मंदिर ही बावड़ी पर बना था.पुरानी बावड़ी के ऊपर पटिया रखकर मंदिर बनाया गया था. रामनवमी के दिन मंदिर में हवन का कार्यक्रम चल रहा था. इस दौरान 100 से ज्यादा लोग जुट गए थे. वहीं कुछ लोग बावड़ी की छत पर खड़े हो गए थे. जानकारी के अनुसार बावड़ी पहले से जर्जर हालत में थी और लोगों के भार की वजह से छत टूट गई और कई लोग कुएं में जा गिरे. स्थानीय लोगों कि मानें यह मंदिर अवैध तरीके से बना था. मंदिर के आसपास भी गड्ढे खोदे गए थे, जिससे मंदिर की नींव कमजोर हो गई थी. वहीं पूरे मामले की जांच करते हुए आज सुबह ही नगर निगम के टीम ने मंदिर को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी. 


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