इंदौर: सोमवार सुबह इंदौर की सड़कों पर अलग नजारा देखने को मिला. शहर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने 'नो थू-थू अभियान' का शुभारंभ किया. इसके तहत 19 स्थानों पर स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जाएगा. आम जनता को बताया जाएगा कि शहर को रेड स्पॉट से दूर रखना है. ये जागरूकता अभियान शहर में आज से शुरू हुआ है. अभियान के माध्यम से नागरिकों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए सड़क या डिवाइडर पर ना थूकने के लिए जागरूक किया जाएगा. दरअसल इस बार से स्वच्छता सर्वेक्षण में रेड स्पॉट की संख्या पर भी फोकस होगा और इसपर भी अंक मिलेंगे. 


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पानी से सड़कें धोकर की शुरुआत
इसी को ध्यान में रखते हुए इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, महापौर परिषद सदस्य अभिषेक शर्मा ,प्रिया डांगी द्वारा शहर को रेड स्पॉट से मुक्त करने के लिए नो थू-थू अभियान का शुभारंभ किया. शहर के डिवाइडरों की पीली और काली लाइन को थूक थूककर लाल लाइन में बदलने वालों को महापौर ने संदेश दिया कि ऐसा ना करें. महापौर, महापौर परिषद सदस्य एवं अन्य ने नो थू-थू अभियान के तहत महू नाका डिवाइडर की खुद सफाई भी की. महापौर द्वारा 'स्टॉप रेड स्पॉट' एक्सप्रेस वाहन को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया और यहां वहां थूकने से रोकने के लिए बनाए गए गीत को भी लॉन्च किया. 


थूकने वालो पर लगेगा स्पॉट फाइन 
नगर निगम अब इस प्रयास में जुट गई है कि शहर में पान गुटखा सड़कों पर थूकने वालों को कैसे रोका जा सके. किस तरह उनमें जागरुकता फैलाई जा सके. इसके लिए निगम सड़क, फुटपाथ और दीवारों पर थूकने वालो पर स्पॉट फाइन लगाने की तैयारी कर चुका है. बता दें कि मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए शेड जो हाल ही में रंगे गए थे, इंदोरियों ने उस पर भी थूक कर उसे लाल कर दिया है. इस बार से स्वच्छता सर्वेक्षण में रेड स्पॉट की संख्या पर भी फोकस होगा और इसपर भी अंक मिलेंगे.