मनीष मक्कर/इंदौर: इंदौर में इन दिनों रंगपंचमी (rangpanchami) की गेर की तैयारी जोरों-शोरों पर है. साथ ही शहर की इस ऐतिहासिक गेर (Indore gair) को यूनेस्को की धरोहर (UNESCO World Heritage) सूची में शामिल कराने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है. इस बार गेर का मुख्य आकर्षण बरसाना की टीम की लट्ठमार होली, राधाकृष्ण का रासरंग और बांके बिहारी का ढोल रहेगा. इसके साथ ही शहर के ह्रदय स्थल राजवाड़ा पर पानी और गुलाल की मिसाइलों की मदद से तिरंगा बनाया जाएगा. तोपों से फूल बरसाए जाएंगे और महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला बाउंसर की भी तैनाती होगी.


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बता दें कि 12 मार्च को रंगपंचमी पर शहर में गेर का आयोजन किया जाएगा. इस बार गेर सुबह 10:30 बजे शुरू होगी. गेर में टोरी कॉर्नर महोत्सव समिति, संगम कॉर्नर, मॉरल क्लब, रसिया कॉर्नर, राधाकृष्ण फाग यात्रा, हिंद रक्षक मंडल की श्रीकृष्ण फाग यात्रा, संस्था संस्कार, बाणेश्वर समिति, माधव फाग यात्रा गेर सहित अन्य संस्थाएं शामिल होगी.


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संस्था सृजन द्वारा निकाली जा रही संगम कार्नर चल समारोह समिति की गेर में बरसाना की टीम लट्ठ मार होली खेलती नजर आएगी, वहीं भगवान राधाकृष्ण की जोड़ी रासरंग करेगी. बांके बिहारी का ढोल आकर्षण का केंद्र रहेगा. वहीं टोरी कार्नर की गेर में जबलपुर के जूनियर अमिताभ डांसरों के साथ नृत्य करते हुए चलेंगे. इसके अलावा बोरिंग मशीन से 100 फीट तक गुलाल तिरंगे का रूप में निकलेंगे. रसिया कॉर्नर की गेर में रंगीन पानी के टैंकर, मिसाइल, डीजे वाहन सहित अन्य चीजें शामिल होगी.


वहीं मारल क्लब द्वारा मशीनों के जरिए टेसू के फूलों का रंग उड़ाया जाएगा. इसी तरह अन्य संस्थाएं भी अपने-अपने तरीके से रंगपंचमी पर गेर निकालेगी. इस बार रंगपंचमी पर नगर निगम का रथ भी चलेगा, जो स्वच्छता पर आधारित होगा.


गेर होगी यूनेस्को में शामिल?
वहीं इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने परिषद की एक बैठक में बताया कि हम चाहते हैं कि इंदौर की गेर को यूनेस्को की मान्यता दिलाने के लिए नगर निगम प्रशासन को पूरा सहयोग देगा. बता दें कि गेर को फाग यात्रा के रूप में भी जाना जाता है.