इंदौर: इंदौर में आज रिकॉर्ड 48वीं बार ग्रीन कॉरिडोर (green corridor 48th time) बनाया गया. इससे भी महत्वपूर्ण बात ये है कि अब भारतीय सेना के जवान के शरीर में इंदौर (Indore) से भेजा गया दिल धड़केगा. यह दिल सुबह 9 बजे जुपिटर विशेष अस्पताल से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एयरपोर्ट भेजा गया. यहां पहले से तैयार सेना का विशेष विमान दिल को पुणे ले गया. बता दें कि आज तीन कॉरिडोर बनाए गए. पहला जुपिटर अस्पताल (Jupiter Hospital) से दूसरा चोइथराम अस्पताल ( Choithram Hospital) और तीसरा बॉम्बे अस्पताल (Bombay Hospital) के लिए बनाया. इस साल जनवरी में तीसरा मौका है, जब ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है.


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बता दें कि उज्जैन के शुभम पैलेस आलू प्याज व्यापारी 34 वर्षीय प्रदीप आसवानी सड़क दुर्घटना में गंभीर रुप से घायल हो गए. उन्हें उज्जैन से इंदौर के जुपिटर विशेष अस्पताल में शिफ्ट किया गा था. जहां उपचार के दौरान डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि उनका ब्रेन डेथ हो गया है. इसके बाद प्रदीप के परिजनों को अंगदान के बारे में बताया गया, जिसेक बाद परिजनों ने अंगदान की स्वीकृति दे दी. 


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इस तरह हुआ अंगदान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन और इंदौर सोसायटी फार आर्गन डोनेशन के सचिव डॉ. संजय दीक्षित ने बताया कि अंगों का आवंटन सूची के अनुसार किया गया. जिसमें लीवर जुपिटर अस्पताल के एक मरीज को,  हृदय  पुणे में भर्ती मरीज को और किडनी चोईथराम और बॉम्बे अस्पताल में मरीज को दी गई.  


सैनिक के लिए भेजा दिल
मुस्कान ग्रुप के संदीपन आर्य ने बताया कि प्रदीप आसवानी का दिल पुणे ले जाने के लिए कार्डियक सर्जन कर्नल डा.सौरभ सिंह के नेतृत्व में विशेष विमान रविवार रात ही इंदौर पहुंच गया था. इसके लिए सोमवार को सुबह ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया और सेना के विशेष विमान उनका हृदय पुणे भेजा गया. बता दें कि प्रदीप का हार्ट जिंदगी और मौत से जूझ रहे भारतीय सैनिक को ट्रांसप्लांट किया जाएगा.


48वीं बार ग्रीन कॉरिडोर 
सबसे बड़ी बात ये है कि  इंदौर सोसायटी फार आर्गन डोनेशन के गठन के बाद यह 48वीं बार मौका है कि जब ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. इस साल जनवरी में ये तीसरा मौका है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में अब तक 70 नेत्रदान, 10 त्वचादान और तीन देहदान हो चुके है.