उज्जैन/भोपाल: मध्य प्रदेश में कहीं जय श्री राम पर संग्राम तो कही पैगम्बर के प्रचार के लिए गैर मुस्लिमों की प्रतियोगिता पर बवाल मचा हुआ है. सागर के स्कूल का मामला शांत हुआ नहीं था कि उज्जैन में पैगंबर के प्रचार के लिए आयोजित प्रतियोगिता में हिंदुओं के आमंत्रण पर विवाद मच गया है. मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस पर एक्शन लिया है और इसे तत्काल रोकने के निर्देश दिए हैं.


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गृहमंत्री ने लिया एक्शन
मामले पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मैं खुद नहीं समझ पाया कि यह कैसे हो सकता है. उन्होंने इसपर नाराजगी जाहिर करते हुए एसपी उज्जैन को तत्काल आदेश दिया है कि ऐसे आयोजनों पर रोक लगाई जाए. केवल हिंदुओं के लिए आयोजित प्रतियोगिता से उनकी नियत पर सवाल खड़े हो रहे हैं.


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गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मेरे संज्ञान में यह विषय लाया गया था कि उज्‍जैन में पैगंबर हजरत मोहम्मद सोसायटी निबंध प्रतियोगिता आयोजित कर रही है. इसमें गैर मुस्लिमों को भाग लेने के लिए कहा गया था. मैं भी नहीं समझ पाया कि इस तरह की प्रतियोगिता का क्या प्रयोजन है. ये कौन सा तरीका है. जैसे ही मेरे सामने मामला संज्ञान में आया था तो लोगों ने नीयत पर ही सवाल खड़े हो गए. मैंने एसपी को निर्देश देकर निबंध प्रतियोगिता को स्‍थागित करने को कहा है.


क्या है प्रतियोगिता?
पोस्टर में साफ लिखा हुआ है की पैगंबर के बारे में जो गैर भाई बहन भाग लेंगे उनको एक बार का शुल्क पचास रुपये देने होंगे. पैगंबर को लेकर सवाल के सभी जबाब देने पर प्रथम पुरुस्कार इक्कीस हजार रुपये, द्वितीय पुरुस्कार पंद्रह हजार रुपये, तृतीय पुरुस्कार दस हजार रुपये, जबकि पचास लोगों को एक हजार से लेकर पांच सौ रुपये के नगद इनाम दिए जाएंगे.


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क्या है सागर का मामला?
बता दें सेंट जोसेफ स्कूल प्रबंधन पर अभिभावकों ने आरोप लगाए थे कि स्कूल में लंच के दौरान बच्चों ने जय श्रीराम के नारे लगाए तो स्कूल प्रबंधन ने दर्जनों छात्रों को सस्पेंड कर दिया था. इसके बाद से मामला गरमाया हुआ है. स्कूल को राज्य तथा राष्ट्रीय बाल आयोग के द्वारा नोटिस जारी किया गया है. मामला सामने आने के दूसरे दिन मंगलवार को जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह पहुंचे.