जबलपुर कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़ मामला, पुलिस ने तीन बजरंगियों को किया गिरफ्तार
कांग्रेस के बजरंग दल को बैन करने की बात को लेकर कल यानी गुरुवार को बजरंगियों ने मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर (Jabalpur Bajarang Dal) में उग्र प्रदर्शन किया था.
जबलपुर: कांग्रेस के बजरंग दल को बैन करने की बात को लेकर कल यानी गुरुवार को बजरंगियों ने मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर (Jabalpur Bajarang Dal) में उग्र प्रदर्शन किया था. सैकड़ों की संख्या में आए बजरंग दल के कार्यकर्ताओं भी भीड़ ने कांग्रेस दफ्तर का घेराव किया और कार्यलय में पत्थरबाजी करते हुए जमकर तोड़फोड़ की. हैरानी की बात ये थी कि जिस वक्त ये सब हो रहा था तब पुलिस मौके से गायब थी, लेकिन अब इसे लेकर एमपी पुलिस की आज कार्रवाई देखने को मिली है.
तीन बजरंगियों को किया गिरफ्तार
कांग्रेस कार्यालय में जमकर हुई पत्थरबाजी और तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने देर रात तीन बजरंगियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके अलावा पुलिस ने कई बजरंगियों पर तोड़ फोड़ करने का मामला दर्ज किया था. बता दें कि कांग्रेस की शिकायत पर ही पुलिस ने बजरंग दल के प्रचार प्रमुख सुमित ठाकुर सहित तीन बजरंगियों को गिरफ्तार किया है.
कर्नाटक से MP पहुंची बजरंग दल को बैन करने की आंच, जबलपुर कांग्रेस कार्यालय में जमकर तोड़फोड़
कमलनाथ ने क्या कहा था
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा था कि जबलपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में घुसकर नारेबाजी और तोड़फोड़ की. इससे भी ज्यादा दुख की बात यह है कि तोड़फोड़ करने वालों को रोकने में पुलिस ने कोई विशेष कार्यवाही नहीं की. मैं मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि क्या अब उनकी सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने सभी लोकतांत्रिक तरीके छोड़ दिए हैं और जनता के बीच पूरी तरह से पैर उखड़ने के बाद कांग्रेस पार्टी के ऊपर सीधा हमला करने का मन बना लिया है.
मुख्यमंत्री जी, अगर आपकी लोकतंत्र में जरा भी आस्था है तो तोड़फोड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें और यह भी सुनिश्चित करें कि मध्यप्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो. मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी कहना चाहता हूं कि उन्हें अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक संघर्ष के लिए तैयार रहना चाहिए.
आखिर क्यों इतने उग्र बजरंगी?
गौरतलब है कि कर्नाटक में कुछ ही दिनों में चुनाव के लिए वोटिंग होना हा. ऐसे में कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था. जिसमें कर्नाटक से बजरंग दल को बैन करने का वादा किया था. इसके साथ ही बजरंग दल की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे संगठनों से की थी, जिसके बाद बजरंग दल के कार्यकर्ता काफी गुस्सा हो गए.