प्रिया पांडेय/भोपालः सागर के मिशनरी स्कूल में जय श्री राम के नारे लगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. अब इसे लेकर सियासत की भी शुरुआत हो गई है. दरअसल कांग्रेस ने बीजेपी पर मामले को भड़काने का आरोप लगाया है. वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा है कि राम का नाम लेना कब से संवेदनशील हो गया है?


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मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने सागर मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि एबीवीपी या भाजपा से जुड़े संगठन क्यों कभी बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर बात नहीं करते हैं. क्यों वह इस तरह के सांप्रदायिक विषयों पर ही बात करते हैं? भाजपा खंडवा की तरह सागर और विदिशा को भी संवेदनशील बना देना चाहती है.  


कांग्रेस के इस आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. भाजपा नेता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि भगवान श्री राम का नाम लेना कब से संवेदनशील हो गया है. सागर में जो घटना हुई है, उसकी जांच चल रही है लेकिन भगवान श्री राम का नाम लेने को संवेदनशील बताना पूरी तरह से गलत है. 


क्या है पूरा मामला
दरअसल बीते दिनों सागर के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में लंच के दौरान कुछ बच्चों ने जय श्री राम के नारे लगाए थे. इस पर स्कूल प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए 18 बच्चों को निलंबित कर दिया था. साथ ही क्लास के बाकी बच्चों से माफीनामा भी लिखवाया गया था. वहीं मामले की जानकारी होने पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने भी स्कूल गेट पर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. राष्ट्रीय बाल आयोग ने भी जिला कलेक्टर को नोटिस जारी कर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है. सुरक्षा के लिए स्कूल में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. जिला शिक्षा अधिकारी और एसडीएम सपना त्रिपाठी सहित आला अधिकारी स्कूल प्रबंधन से चर्चा कर रहे हैं.