नीरज जैन/अशोकनगर: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले के प्रवास पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने केवट, कुशवाह और रघुवंशी समाज के सम्मेलनों में भाग लिया.अशोकनगर में आयोजित कुशवाह समाज के सम्मेलन में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने कांग्रेस छोडऩे के संदर्भ में कहा कि, 21वीं सदी में आत्मसम्मान के साथ समझौता नहीं किया जा सकता. साथ ही कुशवाह समाज के इतिहास के बारे में बताते हुए कहा कि, कुशवाह समाज का वर्णन महाभारत काल में भी है. ज्योतिबा फुले महाराष्ट्र के हैं और सिंधिया परिवार भी महाराष्ट्र का है. साथ ही सिंधिया ने अपने नाम के ज्योति शब्द को ज्योतिबा फुले से जोड़कर बताया.


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सिंधिया परिवार कभी अकेला नहीं छोड़ता
सभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि, कार्यक्रम में महापुरुषों की तस्वीरें नहीं लगी हैं. ज्योतिबा फुले, सावित्री बाई फुले आदि महापुरुषों की तस्वीरें लगाई जानी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को उनके पदचिन्हों पर चलने की प्रेरणा मिल सके. सिंधिया ने आगे कहा कि मैं हमेशा कुशवाह समाज के साथ आखिरी सांस तक खड़ा रहूंगा. वहीं गुना रोड पर एक निजी मैरिज गार्डन में आयोजित रघुवंशी समाज के कार्यक्रम में भी सिंधिया ने कहा कि, आपके समाज के एक व्यक्ति को रणभूमि में उतारा था. सिंधिया परिवार कभी भी किसी को रणभूमि में अकेला नहीं छोड़ता है.


अशोकनगर में ट्रेनों की झड़ी लगा दी- सिंधिया
अशोकनगर के बारे में बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि, वर्तमान में लोग आगे से मीठे और पीछे से छुरी लिए रहते हैं. मेरे पिता ने ओवरब्रिज बनवाया तो मैंने अंडरब्रिज बनाकर दिया. अशोकनगर में एक ट्रेन नहीं आती थी मैंने ट्रेनों की झड़ी लगा दी. अशोकनगर में ट्रामा सेंटर बनवा दिया. सड़कों का जाल बिछा दिया. सड़कों की हालत पहले क्या थी, आप सबको पता है. गुना से अशोकनगर आने में तीन घंटा लगते थे.


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 दिग्विजय सिंह के लिए सिंधिया ने कही ये बात
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्रकारों से चर्चा भी की. इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आपको उनके खिलाफ चुनाव लडऩे की चुनौती दी है तो सिंधिया का कहना था कि, दिग्विजय सिंह जी का हर चीज के लिए स्वागत है. मैंने दिग्विजय सिंह जी के कुछ भी कथन पर दोबारा कुछ नहीं कहा है. चूंकि उनके जो कथन होते हैं उनसे आप और हम अच्छी तरह वाकिफ हैं.