MP News: मंत्री ओपीएस भदौरिया का एक्सीडेंट, भिंड-ग्वालियर हाईवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराई कार
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक ओपीएस भदौरिया का मंगलवार को एक्सीडेंट हो गया है. उनकी कार भिंड-ग्वालियर हाईवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली से टकरा गई. उन्हें ग्वालियर के बिरला हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के शहरी विकास और आवास राज्य मंत्री ओपीएस भदौरिया की गाड़ी का मंगलवार को भिंड के मालनपुर में एक्सीडेंट हो गया. इस हादसे में भदौरिया जख्मी हो गए हैं. उन्हें ग्वालियर के बिरला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि यह हादसा भिंड-ग्वालियर हाईवे पर मालनपुर थाना इलाके के कैडबरीज फैक्ट्री के सामने हुआ. मंत्री भदौरिया भिंड की गाड़ी ट्रैक्टर ट्राली से टकरा गई. भदौरिया के सिर के दाहिनी तरफ चोट लगी है. हालांकि, सिटी स्कैन में कोई अंदरूनी चोट निकलकर नहीं आई है. बैंडेज की गई है. भदौरिया को न्यूरो सर्जन और अन्य डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया. वे फिलहाल क्रिटिकल केयर में भर्ती हैं.
ओपीएस भदौरिया के रतलाम के प्रभारी मंत्री हैं. 29 मई को वे रतलाम के दौरे पर थे. बताया जा रहा है रतलाम से लौटते वक्त यह हादसा हुआ है. फिलहाल हादसे के बारे में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भदौरिया रतलाम में पार्टी की कोर कमेटी की बैठक में शामिल हुए. यहां उन्होंने पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात भी की.
पार्टी में गुजबाजी पर बोले थे भदौरिया
इस दौरान भदौरिया ने कहा कि इस बार फिर से भाजपा बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. इस दौरान सिंधिया समर्थक विधायकों और मंत्रियों की नाराजगी के सवाल पर ओपीएस भदोरिया बोले कि पार्टी में सब ठीक और सभी चुनाव की तैयारी में लगे हुए हैं. ओपीएस भदौरिया रतलाम में भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी से मिलने उनके घर भी गए थे.
सिंधिया के साथ छोड़ी थी कांग्रेस
ओपीएस भदौरिया भिंड की मेहगांव विधानसभा से विधायक है. भदौरिया मध्य प्रदेश सरकार में सिंधिया समर्थक मंत्री माने जाते हैं. वे 2020 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले उन 22 विधायकों में से एक थे, जिनकी वजह से कांग्रेस की सरकार गिर गई थी. इसके बाद कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से इस्तिफा देना पड़ा था. इसके बाद भदौरिया ने भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ा और जीत कर प्रदेश सरकार में मंत्री बने.