इंदौर में कैलाश विजयवर्गीय ने संभाला मोर्चा, निकाला रोड शो, कहा-हम जीत रहे हैं
इंदौर नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मोर्चा संभाल लिया है, उन्होंने शहर में बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया और पार्टी प्रत्याशी के लिए वोट मांगे, विजयवर्गीय ने इंदौर में बीजेपी की जीत का दावा किया है.
इंदौर। नगरीय निकाय चुनाव में इस बार सबकी नजरे इंदौर पर भी है. क्योंकि यहां महापौर पद के लिए बीजेपी और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है. कांग्रेस ने यहां विधायक संजय शुक्ला को प्रत्याशी बनाया है, तो बीजेपी ने पुष्यमित्र भार्गव को मैदान में उतारा है. ऐसे में दोनों पार्टियों के दिग्गजों ने यहां मोर्चा संभाला हुआ. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी अब बीजेपी प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के समर्थन में पूरी तरह से एक्टिव हो चुके हैं.
विजयवर्गीय ने निकाला रोड शो
कैलाश विजयवर्गीय, विधायक रमेश मेंदोला और सांसद शंकर लालवानी इंदौर में बीजेपी के महापौर प्रत्याशी पुष्यमित्र भार्गव के समर्थन में लगातार ताकत लगा रहे हैं. विजयवर्गीय ने इंदौर में रोड शो निकालकर कहा कि ''जनता का समर्थन बता रहा है कि बीजेपी महापौर का चुनाव लाखों वोटों से जीतेंगी. इसके अलावा परिषद भी पहले से ज्यादा सीटों के साथ बनाएंगे. चुनाव कोई भी हो हम पूरी गंभीरता के साथ लड़ते है. हमे पता है कि हम जीतने वाले है, लेकिन हम प्रयास कम नहीं करना चाहते.''
ये इंदौर के बदलाव का समय है
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर में बीजेपी जीत रही है. भारी वोटों से हमारे पार्षद जीत रहे हैं, महापौर प्रत्याशी जीते इसलिए हम जनता के बीच पहुंच रहे हैं. हमारे बूथ कार्यकर्ता से लेकर सीएम, प्रदेश अध्यक्ष सभी प्रयास कर रहे है. ये इंदौर के बदलाव का समय है, इसलिए भाजपा की जीत जरूरी है.
बता दें कि बीजेपी प्रत्याशी को जिताने की जिम्मेदारी कैलाश विजयवर्गीय के कंधों पर ही है, ऐसे में विजयवर्गीय की पूरी टीम अब इंदौर में डट चुकी है. वहीं इस मामले में कांग्रेस भी पीछे नहीं है, कांग्रेस की तरफ से कमलनाथ के साथ-साथ पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और विजयलक्ष्मी साधों प्रचार में जुटी हैं.
महाराष्ट्र के सियासी संकट में बीजेपी की भूमिका नहीं
वहीं महाराष्ट्र में चल रही सियासी हलचल को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ''महाराष्ट्र में जो हो रहा है उसमें भाजपा की कोई भूमिका नहीं है. ये शिवसेना का आपसी मामला है, हम सिर्फ बाहर से स्थिति को देख रहे हैं. शिवसेना कार्यकर्ता महाराष्ट्र में अराजकता फैला रहे है आतंक और भय पेदा करना चाहते है, वे महाराष्ट्र को बंगाल बना रहे है. लोकतंत्र में इस तरह की हरकत की कोई जगह नहीं है. उनकी इस हरकत को महाराष्ट्र की जनता ही पसंद नहीं करेगी. ममता बनर्जी कैसा स्वागत करती है ये सभी को पता है. मेरा भी जोरदार स्वागत किया था.''
ये भी पढ़ेंः MP में ओवैसी पर तकरार, बीजेपी-कांग्रेस में शुरू हुई सियासी आर-पार
WATCH LIVE TV