भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनावी तैयारियों में जुटी कांग्रेस को कल एक बड़ा झटका लगा. कमलनाथ के बेहद करीबी माने जाने वाले पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. चौबे बुंदेलखंड अंचल के बड़े कांग्रेस नेता माने जाते थे, ऐसे में अचानक से उनका पार्टी छोड़ना बड़ा झटका माना जा रहा है. वहीं आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी पूर्व विधायक के पार्टी छोड़ने पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अरुणोदय चौबे के पार्टी छोड़ने की वजह बताई. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह खरीद सकते हैं, दबाव बनाने का काम कर सकते हैं 
अरुणोदय चौबे के कांग्रेस छोड़ने पर पीसीसी चीफ कमलनाथ ने बीजेपी पर निशाना साधने हुए कहा कि ''अरुणोदय चौबे को खरीद नहीं पाए तो दबाव बनाने की कोशिश की, चौबे पर 307 का केस लगाया गया, 
उन पर इतने केस लगाए की उन्हें फरार होना पड़ा, यह लोग खरीदने और दवाब बनाने का काम करते है. लेकिन आत्मा, दिल और दिमाग को खरीद नहीं सकते हैं.''


हमने उन्हें पार्टी से निकाला 
हालांकि अरुणोदय चौबे के पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर कमलनाथ ने कहा कि ''निष्कासन की खबर बेकार की बातें है. हमने पहले ही उनको निष्कासित कर दिया था.'' बता दें कि कल पूर्व विधायक और कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे अरुणोदय चौबे ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. वह सागर जिले की खुरई विधानसभा सीट से एक बार विधायक रह चुके हैं. 


बता दें कि कांग्रेस छोड़ने के बाद अरुणोदय चौबे के बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई है. माना जा रहा है कि वह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. क्योंकि कल कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद जब उनसे बीजेपी में जाने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने इस प्रकार की संभावनाओं से इनकार नहीं किया था. 


वहीं चीतों के 70 साल बाद फिर से भारत आने पर कमलनाथ ने कहा कि आज सरकार चीता इवेंट कर रही है. लेकिन जहां यह ईवेंट हो रहा है वह श्योपुर प्रदेश का सबसे कुपोषित जिला है, इसलिए  इवेंट की बजाय कुपोषण दूर करने पर सरकार कुछ करती तो अच्छा था. गुजरात के गिर से जो शेर मध्यप्रदेश आने थे लेकिन गुजरात ने नहीं दिए, इसलिए उसके बदले चीते ला रहे हैं''