प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टी लगातार प्रदेश में अलग-अलग अभियानों के जरिए लगातारर जनता से संपर्क साधने में लगी हुई है, लेकिन कांग्रेस के एक अभियान से पार्टी के बड़े नेताओं की दूरी चर्चा का विषय बनी हुई है, जिस पर अब बीजेपी ने भी निशाना साधना शुरू कर दिया है. बता दें कि कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में 2 अक्टूबर से यह अभियान शुरू किया है. जिसे गांव-गांव में चलाया जा रहा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गांधी चौपाल से बड़े नेताओं की दूरी 
दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने 2 अक्टूबर से ''गांधी चौपाल'' अभियान शुरू किया है, इस अभियान के तहत कांग्रेस गांव-गांव में चौपाल लगाकर जनता से संवाद कर रही है, कांग्रेस प्रदेश भर में अब तक 700 सौ से ज्यादा गांधी चौपाल लगाकर सरकार की कमियों ओर कांग्रेस की पॉलिसी बताकर 2023 का स्ट्रांग रास्ता तैयारी करने में जुटी है, लेकिन इस अभियान से पार्टी के बड़े नेताओं की दूरी अब चर्चा का विषय बन गई है. 


बड़े नेताओं की दूरी लेकिन डिमांड राहुल गांधी की 
गांधी के नाम पर शुरू किए गए अभियान पर कांग्रेस को उम्मीद थी दिग्गज नेता आएंगे पर दिग्गजो नें गांधी चौपाल से दूरी बनाई हुई है, क्योंकि गांधी चौपाल शुरू करते समय दावा किया गया था कि बड़े नेता और कार्यकर्ता एक जुट होंगे पर अबतक इक्का दुक्का बड़े नेता ही चौपाल पर पहुंचे हैं. खास बात यह है कि इस आयोजन में प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन इस आयोजन में डिमांड राहुल गांधी की हो रही है. 


एमपी कांग्रेस के बड़े नेताओं की दूरी पर जब गांधी चौपाल के प्रभारी भूपेंद्र गुप्ता से बात की तो उन्होंने आयोजन में राहुल गांधी के आने की डिमांड की, भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि राहुल गांधी चौपाल में आये इसकी डिमांड है, इसलिए इसको लेकर तैयारी भी शुरू कर दी हैं. वहीं बड़े नेताओं की दूरी पर उन्होंने कहा कि ये कार्यकर्ताओं आधारित चौपाल है, इसलिए इसमें कार्यकर्ता शामिल हो रहे हैं, बड़े आयोजन होंगे तो नेता आएंगे.


बीजेपी ने साधा निशाना 
वहीं गांधी चौपाल में कांग्रेस के बड़े नेताओं की दूरी पर बीजेपी ने निशाना साधना शुरू कर दिया है, बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि ''गांधी चौपाल राहुल गांधी की भक्ति के लिए चलाई जा रही है. महात्मा गांधी की यह चौपाल नहीं हो सकती क्योंकि महात्मा गांधी के पद चिन्हों पर कांग्रेस पार्टी की कोई भी सरकार नहीं चली, महात्मा गांधी के विचारों का कत्ल करने का काम कांग्रेस पार्टी ने किया है, कांग्रेस गांधी चौपाल के जरिए महात्मा गांधी का अपमान कर रही है. रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस केवल राहुल गांधी को खुश करने के लिए जुटी है, कांग्रेस की चौपाल में उनके बड़े नेता नजर नहीं आ रहे हैं, महात्मा गांधी की राम राज्य की कल्पना को छोड़िए कांग्रेस ने राम को ही काल्पनिक बताया था. राम के देश में कांग्रेस रावण की राह पर अग्रसर है.''