क्या मध्य प्रदेश में कमजोर हो रही है कांग्रेस विधायकों की पकड़ ?, जानिए क्यों उठी यह बात
एमपी कांग्रेस के एक विधायक ने बड़ा आरोप लगाया है, विधायक का कहना है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की जमीनी पकड़ कमजोर हो रही है और यह सब एक साजिश के तहत हो रहा है. विधायक के बयान के बाद प्रदेश की सियासत गर्माती नजर आ रही है. यह आरोप लगाने वाले कांग्रेस विधायक चंबल अंचल से आते हैं.
प्रमोद शर्मा/भोपाल। मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब एक साल का ही वक्त बचा है, ऐसे में कांग्रेस नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव पूरे होने के बाद अब विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. लेकिन प्रदेश की सियासत में कांग्रेस एक विधायक ने ऐसा दावा किया है, जिसकी चर्चा तेजी से प्रदेश के सियासी गलियारों में हो रही है. विधायक ने इस मामले में शिवराज सरकार पर भी निशाना साधा है.
कांग्रेस विधायकों की जमीनी पकड़ हो रही कमजोर
दरअसल, मुरैना से कांग्रेस से विधायक राकेश मावई ने बड़ा बयान दिया है, उनका कहना है कि ''प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की जमीनी पकड़ कमजोर हो रही है, क्योंकि कांग्रेस विधायकों के साथ पक्षपात हो रहा है, उनका आरोप है कि अधिकारी/कर्मचारी कांग्रेस विधायक की सुनवाई नहीं करते जिससे उनकी जमीन पर पकड़ कमजोर हो रही है और यह एक षड्यंत्र रणनीति के तहत बीजेपी सरकार कर रही है''
जनता के बीच सही मैसेज नहीं जा रहा
कांग्रेस विधायक ने कहा कि '' प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की अधिकारी कर्मचारी बात नहीं सुनते हैं, कांग्रेस विधायकों के कोई काम नहीं होते हैं, जिसके चलते जनता के बीच में कांग्रेस विधायकों का मैसेज ठीक से नहीं जा रहा है, मध्यप्रदेश में किसी भी कांग्रेस विधायक कि अधिकारी कर्मचारी नहीं सुन रहे हैं, हर जगह पक्षपात पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है. क्योंकि चुनाव आने वाले हैं कांग्रेस विधायकों को कमजोर करने के लिए साजिश की जा रही है.''
वहीं उन्होंने मुरैना में अवैध शराब की धड़ल्ले से बिक्री आरोप भी लगाया, कांग्रेस विधायक ने कहा कि कहा कई बार अधिकारी कर्मचारियों के बीच में अवैध शराब को लेकर शिकायत की पर कोई कार्रवाई नहीं हुई होती, क्योंकि बीजेपी के नेता शराब माफिया से जुड़े हैं, कांग्रेस विधायक के इस दावे के बाद प्रदेश का सियासत गर्माती नजर आ रही है. बता दें कि राकेश मावई वर्तमान में मुरैना से कांग्रेस विधायक है, वह 2020 में हुए उपचुनाव में विधायक चुने गए थे.
चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस
बता दें कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है. पार्टी लगातार जनता के बीच पहुंचकर कई अभियान चला रही है, जबकि लगातार पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश जारी है, खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ लगातार हर एक अभियान की समीक्षा कर रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस विधायक आरोप अहम माना जा रहा है.
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