Mp Assembly Election: आगामी एमपी चुनाव को लेकर के बीते दिनों से ही कांग्रेस पार्टी (Congress) में सीएम पद के उम्मीदवार (Cm condidate)को लेकर हलचल चल रही थी. खुद उनके ही पार्टी के नेता उनका विरोध करने पर लगे हुए थे. कांग्रेस नेता अरूण यादव ने यहां तक कह दिया था कि सीएम दिल्ली से तय होगा. उनके बयान के बाद कांग्रेस पार्टी के ट्विटर हैंडल से कमलनाथ को अवश्यंभावी सीएम बताया गया. जिसको लेकर भाजपा पार्टी (BJP) ने भी लगातार कांग्रेस पर निशाना साधा था और कांग्रेस की अंतह कला पर सवाल उठाया था. लेकिन अब कहा जा रहा है कि बहुत जल्द कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge)कमलनाथ को मध्य प्रदेश कांग्रेस की तरफ से सीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर सकते हैं.


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बयानबाजी से बचने की हिदायत
अगर हम एमपी कांग्रेस की राजनीति देखें तो यहां पर कांग्रेस अध्यक्ष को ही सीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया जाता रहा है. 2018 में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी तो उस वक्त प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ थे और पार्टी ने इन्हे ही सीएम बनाया था. अगर इस बार के चुनाव की बात करें तो अभी भी कमलनाथ अध्यक्ष है लेकिन इस बार उनके नाम को लेकर कांग्रेस के कई नेताओं ने अलग - अलग बयान बाजी की थी. इसके बाद कांग्रेस हाईकमान ने नेताओं को बयानबाजी न करने की हिदायत दी थी.  कांग्रेस की परंपरा को ध्यान में रखते हुए रायपुर में  24 से 26 फरवरी तक होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद कमलनाथ के नाम की आधिकारिक तौर पर घोषणा हो सकती है. 


राहुल गांधी ने दिया था संकेत
एमपी के सीएम चेहरे को लेकर राहुल गांधी ने पहले ही संकेत दे दिया था. अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कमलनाथ के नाम का संकेत दिया था. इसके बाद से राज्य में कमलनाथ और ज्यादा एक्टिव नजर आने लगे. इस बार की तैयारियों की बात करें तो कमलनाथ और कांग्रेस पार्टी की सबसे ज्यादा नजर उन क्षेत्रों में है जहां पर वो पिछले पांच विधानसभा चुनावों में हार का सामना करती हुई आई है.  इसे लेकर के कांग्रेस अध्यक्ष काफी ज्यादा सक्रिय भी हैं और बीते दिनों में उन्हें देखा गया है कि उन 72 सीटों की तरफ अपना ज्यादा रूझान बनाए हुए है. इसके तहत वो सागर, बड़ा मलहरा, टीकमगढ़, पृथ्वीपुर, ग्वालियर, मुरैना, सिरोंज, बरगी, जबलपुर, उमरिया, क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं जहां पर हमेशा कांग्रेस कमजोर साबित होती रही है.