कारम डैम को बचाने के लिए खोदा गया पहाड़, सेना ने संभाला मोर्चा
Karam Dam Update: कारम डैम के खतरे को देखते हुए सेना और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं. वहीं प्रशासन ने धार जिले के 11 और खरगोन जिले के 6 गांव खाली कर दिए हैं. फिलहाल डैम को बचाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.
कमल सोलंकी/धारः धार जिले में कारम नदी पर बने डैम के टूटने का खतरा बना हुआ है. फिलहाल प्रशासन द्वारा डैम को बचाने की भरसक कोशिश की जा रही है. इसी कड़ी में डैम से पानी निकालने के लिए डैम के पास वाली एक पहाड़ी को खोदा जा रहा है. वहीं सेना और एनडीआरएफ की टीमों ने भी मोर्चा संभाल लिया है. जिन गांवों में पानी जाने का खतरा है, उन्हें खाली कराया जा रहा है.
डैम को बचाने के लिए किए जा रहे उपाय
कारम डैम को टूटने से बचाने के लिए देर रात डैम के पास वाली एक पहाड़ी को खोदा गया ताकि पानी को निकाला जा सके. सुबह 4 बजे के करीब कलेक्टर ने खुदाई का निरीक्षण किया लेकिन वह खुदाई से असंतुष्ट रहे लिहाजा और खुदाई की जा रही है. माना जा रहा है कि अगर बारिश नहीं हुई और सबकुछ ठीक रहा तो आज डैम का पानी कम किया जा सकता है.
बता दें कि धार में भरुडपुरा और कोठीदा के बीच कारम नदी पर बनाए जा रहे डैम में गुरुवार को लीकेज के बाद पान का रिसाव शुरू हुआ था. इसके चलते बांध की एक तरफ की मिट्टी भी बह गई थी. बाद में डैम की दीवार का एक हिस्सा टूटकर गिर गया था. जिसके बाद से ही डैम के टूटने की आशंका पैदा हो गई थी.
मौके पर एहतियातन सेना की टुकड़ी भी पहुंच गई है. ऐसे में यदि डैम को कुछ होता है तो राहत और बचाव कार्य तेजी से किया जा सकेगा. सूरत, बड़ोदरा, दिल्ली, भोपाल की एनडीआरएफ की टीमें भी धार के लिए रवाना हो गई हैं. हर यूनिट में 30 से ज्यादा प्रशिक्षित जवान शामिल रहेंगे. डैम के गेट खोलने की भी लगातार कोशिश हो रही है लेकिन इंजीनियर्स की टीम गेट का साइफन नहीं खोल पाए. पानी के प्रेशर के चलते इंजीनियर सफल नहीं हुए वरना अब तक डैम खाली हो गया होता.
बता दें कि ओएनऐसे कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा धार जिले में कोरम नदी पर यह डैम बनाया गया है. डैम का काम 75 फीसदी पूरा हो चुका है. खतरा है कि अगर बारिश हो गई तो डैम के टूटने का खतरा ज्यादा बढ़ जाएगा. वहीं प्रशासन ने धार जिले के 11 गांव खाली करा लिए हैं, साथ ही खरगोन जिले के 6 गांव भी खाली करा लिए गए हैं. प्रशासन के द्वारा क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है.देर रात तक मंत्री तुलसी सिलावट और राजवर्धन सिंह दत्तीगांव भी मौके पर पहुंच गए हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार हालात को लेकर अपडेट ले रहे हैं.