महाशिवरात्रि पर ग्रामीणों ने प्रसाद के साथ पी भांग, 30 लोग पहुंचे अस्पताल
खंडवा में शिवरात्रि (MahaShivratri) के मौके पर मंदिर का प्रसाद खाने और भांग पीने (bhang) से 30 से ज्यादा ग्रामीण बीमार हो गए. पहले तो इन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और गांव में ही इलाज कराया. जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो आज जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
प्रमोद सिन्हा/खंडवा: खंडवा में शिवरात्रि (MahaShivratri) के मौके पर मंदिर का प्रसाद खाने और भांग पीने (bhang) से 30 से ज्यादा ग्रामीण बीमार हो गए. पहले तो इन्हें उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और गांव में ही इलाज कराया. जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो आज जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. डॉक्टरों का कहना हैं कि फूड प्वाइजनिंग की वजह से इनकी तबीयत बिगड़ी है. फिलहाल इलाज जारी है और सभी की तबीयत नियंत्रण में है.
दरअसल पूरा मामला खंडवा के अहमदपुर खैगांव का है. यहां 30 से अधिक लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए. इन लोगों ने शिवरात्रि के मौके पर गांव के ही शिव मंदिर में प्रसाद खाया था और भांग भी पी थी. जिसके बाद उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी. इनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल हैं.
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खिचड़ी खाने और भांग पीने से हुआ
गांव में उपचार कराने से लाभ नहीं मिला तो इन्हें आज खंडवा के जिला अस्पताल रेफर किया गया. लोगों ने बताया कि महाशिवरात्रि पर खिचड़ी के साथ भांग पीने की वजह से इनकी तबीयत बिगड़ी है. ग्रामीणों के साथ ही गांव का कोटवार भी भर्ती है. कोटवार ने इस बात को माना कि खिचड़ी खाने और भांग पीने की वजह से ही सभी की तबीयत बिगड़ी है. कुछ लोग अभी भी गांव में ही उपचार करा रहे हैं.
सभी फूड प्वाइजनिंग का शिकार
डॉक्टर का कहना हैं कि सभी मरीजों में एक समान लक्षण है. हमने मरीजों का परीक्षण कर उनका उपचार किया है. गंभीर मरीज अब भी हमारी निगरानी में है. सभी मरीज फूड प्वाइजनिंग का शिकार हैं और संभवत उन्होंने ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन किया है. जिसकी गुणवत्ता बेहद कम है. गर्मी बढ़ने लगी है. ऐसे में खाने की शुद्धता और गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाना चाहिए.