खरगोन में लाठी-डंडों और तलवार से हमला, एक परिवार के 8 लोग घायल, पुलिस ने संभाला मोर्चा
खरगोन कोतवाली क्षेत्र के पहाड़सिंहपुरा स्थित कलश चौक में माली समाज के युवकों ने रघुवंशी समाज के लोगों के घरों पर पथराव करते हुए उन पर लाठी-डंडों और तलवार से हमला कर दिया. इस दौरान दो बाइकों में आगजनी की घटना भी हुई है. पथराव, हमले और मारपीट में रघुवंशी समाज के 8 लोग घायल हो गए.
खरगोन: खरगोन कोतवाली क्षेत्र के पहाड़सिंहपुरा स्थित कलश चौक में माली समाज के युवकों ने रघुवंशी समाज के लोगों के घरों पर पथराव करते हुए उन पर लाठी-डंडों और तलवार से हमला कर दिया. इस दौरान दो बाइकों में आगजनी की घटना भी हुई है. पथराव, हमले और मारपीट में रघुवंशी समाज के 8 लोग घायल हो गए. जिन्हें उपचार के लिए खरगोन के जिला अस्पताल लाया गया. जहां से दो गंभीर घायल को इंदौर रेफर किया गया है.
वहीं घटना की सूचना मिलते ही एसपी धर्मवीर सिह, एएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल कोतवाली टीआई बीएल मंडलोई सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और भीड़ को तितर बितर किया. वहीं घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी धर्मवीर सिंह द्वारा दोनो समाजों के इलाको में भारी पुलिस बल तैनात किया है.
बताया जा रहा है कि शुक्रवार की रात में होटल में खाना-खाने के दौरान माली समाज और रघुवंशी समाज के युवकों में मामूली विवाद हुआ था. जिसके बाद किसी भी पक्ष द्वारा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज नहीं कराई गई थी. लेकिन शनिवार की देर रात्रि को अचानक माली समाज के युवकों ने पहाड़सिंहपुरा इलाके में पहुंचकर लोगों के घरों और गलियों में पथराव करते हुए हमला कर दिया.
वहीं शनिवार की रात्रि में घटित हुई घटना को लेकर कोतवाली पुलिस द्वारा हमला करने वाले माली समाज के करीब 8 लोगों को राउन्डअप किया है. बाकि हमला करने वाले युवकों की पहचान की जा रही है. पुलिस द्वारा घायलों और रघुवंशी समाज की शिकायत पर माली समाज के लोगो पर एफआईआर दर्ज की है.
आरोपियों को हिरासत में लिया गया
एएसपी तरुणेंद्र सिंह बघेल ने बताया की दो समाजों के बीच में झगड़ा हुआ था. जिसमें दोनो समाजो ने समझौता करते हुए एफआईआर नहीं की थी. जिसके बाद दूसरे दिन माली समाज के लोगों ने पहाड़सिंहपुरा में पहुंचकर मारपीट की गई. इस मामले में पुलिस द्वारा कोतवाली थाने में धारा 307 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. इस हमले में कुल आठ लोग घायल हुए है. दो बाईकों में आगजनी की भी घटना हुई है. इस मामले में सात से आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है. बाकि लोगों की खोजबीन के लिए तीन टीमें गठित की गई है.
रिपोर्ट - राकेश जयसवाल