राकेश जायसवाल / खरगोन: जिले में इन दिनों कुत्तों का आतंक बहुत अधिक मात्रा में बढ़ गया है.शहरी और नगरी क्षेत्रों में आए दिन कुत्तों के हमलावर होने की शिकायतें आ रही हैं. जिसके चलते कुत्तों की धरपकड़ भी की जा रही है, लेकिन कुत्तों की संख्या ज्यादा होने से परेशानी बढ़ गई है. गौरतलब है कि विगत दिनों खरगोन जिले के बकावा गांव में पांच वर्षीय मासूम बालिका सोनिया पिता एमपीलाल उम्र 5 वर्ष पर कुत्ते ने इस कदर हमला कर दिया था कि इलाज के दौरान मासूम की मौत हो गई.


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कुत्ते के हमले का शिकार इतने भयानक तरीके से किया गया था कि मासूम बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. बता दें कि कुत्ते ने उसका गला गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. जिसके बाद मासूम के पिता ने कुत्तों को लेकर कार्रवाई को लेकर प्रशासन और सरकार से चिंता जाहिर की थी.


जी मीडिया की खबर का असर
बता दें कि जी मीडिया पर भी खबर को प्रमुखता से दिखाने के बाद खबर का असर हुआ है. खरगोन नगरपालिका द्वारा कुत्तों की धरपकड़ तेजी से की जा रही है.नपा द्वारा 11 नगरपालिका कर्मी का विशेष दस्ता बना दिया गया है. जो प्रतिदिन 15 से अधिक कुत्तों का रेस्क्यू कर उनकी नसबंदी कर रहा है.मगर कुत्तों की संख्या बहुत अधिक होने से नगर पालिका का विशेष दस्ता भी अधिक साधन बढ़ाने की मांग कर रहा है.


नपा टीम के प्रभारी जाकिर हुसैन का कहना है कि नगर पालिका में कुत्तों के हमले की काफी शिकायतें आती हैं और इनसे जनता परेशान है. नगर निगम के रजिस्टर में प्रतिदिन 10 से अधिक कुत्तों के हमले की शिकायत मिलती है.कभी मवेशी पकड़ने की शिकायत होती है तो कभी बच्चों पर हमले की.बता दें कि इसी के चलते नगर पालिका द्वारा प्रतिदिन 15 से अधिक कुत्तों को पकड़कर उनकी नसबंदी की जा रही है,लेकिन यह संख्या बहुत अधिक है.