Bollywood News/ प्रमोद सिन्हा: आज 4 अगस्त को बॉलीवुड के महान गायक और हरफनमौला कलाकार किशोर कुमार का जन्म दिन है. आज ही के दिन 1929 में खंडवा में उनका जन्म हुआ था. देश विदेश में बसे उनके प्रशंसक और खंडवा के लोग खंडवा में बनी उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए जन्मदिन मनाते हैं. यह उनका 94 वां जन्मदिवस है. किशोर दा की अंतिम इच्छा अनुसार उनका अंतिम संस्कार भी खंडवा में ही किया गया था. यहां उनकी समाधि भी है,जहां हजारों किशोर प्रेमी आते है उन्हें याद करते हुए गीत गुनगुनाते हैं.


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फैंस कर रहे किशोर दा को याद
आज बॉलीवुड के महान गायक किशोर कुमार का 94वां जन्मदिन है. गायकी के साथ किशोर कुमार एक संगीतकार, एक्टर, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर भी थे. आज जन्मदिन पर किशोर दा को उनका हर प्रशंसक याद कर रहा है. बड़ी संख्या में किशोर प्रेमी उनकी समाधि पर दूध जलेबी का भोग लगाकर उनके गीत गाकर उन्हें याद कर रहे है. वहीं मध्य प्रदेश सरकार भी आज किशोर कुमार के जन्मदिवस को गौरव दिवस के रूप में मना रही है.


खंडवा में हुआ था जन्म
किशोर कुमार का जन्म 4 अगस्त 1929 को खंडवा में रहने वाले बंगाली परिवार में हुआ था. किशोर अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे. किशोर कुमार का असली नाम ''आभास कुमार गांगुली'' था. खंडवा में शुरूआती पढ़ाई करने के बाद किशोर कुमार ने अपने कॉलेज की पढ़ाई इंदौर के क्रिश्चियन कॉलेज में की. किशोर कुमार ने कॉलेज की कई यादों को अपने गानों में सहेजा है. फिल्म ‘चलती का नाम गाड़ी’ का गीत ‘पांच रुपए बारह आना’ भी किशोर की कॉलेज की यादों से ही जुड़ा है. कॉलेज में किशोर पर कैंटीन वाले के 5 रुपए 12 आने उधार थे. किशोर कुमार ने अपने गाने में भी यही रकम शामिल की. मध्यप्रदेश शासन में उनकी समाधि स्थल के आसपास स्मारक भी बनाया है जहां उनके फिल्मी करियर की यादें संजो कर रखी गई है.


किशोर कुमार का पुस्तैनी मकान जर्जर हालत में है. जिसको सहेजने के लिए किशोर कुमार के चाहने वाले मांग कर रहे हैं. उनके इस मकान में पिछले 45 वर्षों से चौकदारी करने वाले सीता राम बताते है कि, उनकी दुखद निधन के पहले उन्होंने खंडवा में बसने की इच्छा जाहिर की थी.


इस फिल्म से की थी करियर की शुरुआत
किशोर कुमार के फिल्मी करियर की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में वर्ष 1946 में फिल्म ''शिकारी'' से हुई. किशोर कुमार की आवाज राजेश खन्ना पर बेहद जमती थी. राजेश खन्ना फिल्म निर्माताओं से किशोर से ही अपने लिए गीत गंवाने की गुजारिश किया करते थे. आप भी सुनिए किशोर दा के सुपर हिट गीत जो उन्हें राजेश खन्ना के लिए गए थे. किशोर कुमार आज भले ही हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनकी मधुर आवाज देश के करोड़ों गीत प्रेमियों के दिलों पर राज करती है. आज भी उनके गाए हुए गीत लोगों के बीच काफी पॉपुलर हैं. दूर-दूर से किशोर प्रेमी खंडवा आते हैं. यह कलाकार उन्हें भगवान की तरह पूजते हैं और आर्केस्ट्रा के जरिए गीत गाकर अपना कैरियर बनाते है.


उनके दिल में हमेशा एक किशोर बसता था
किशोर कुमार ने भले ही सफलता की ऊंचाइयों को छू लिया था, मगर उनके दिल के अंदर हमेशा एक किशोर बसता था. किशोर कुमार ने अपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग से 50-60 के दशक में अपनी कॉमेडी से सबको खूब हंसाया. किशोर कुमार 1970 से 1987 के बीच सबसे महंगे गायक थे. किशोर कुमार ने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, जीतेन्द्र जैसे बड़े-बड़े दिग्गज कलाकारों के लिए आवाज दी.


किशोर दा का घर आज भी उनकी प्रतीक्षा कर रहा है
किशोर कुमार को अपनी जन्म भूमि से बेहद लगाव था. किशोर कुमार का जिस घर में बचपन बीता वह घर आज जर्जर हो चुका. किशोर प्रेमी सरकार से उनके पैतृक घर को सहेजने की मांग वर्षों कर रहे हैं. बॉलीवुड में एक ऐसा दौर भी आया जब किशोर कुमार यहां की चकाचौंध से दूर अपने गृह नगर खंडवा में बस जाना चाहते थे. वर्ष 1987 में किशोर कुमार ने निर्णय लिया कि, वह फिल्मों से संन्यास लेने के बाद वापस अपने गांव खंडवा लौट जायेंगे. लेकिन अब खंडवा में किशोर कुमार का वही पुश्तेनी मकान जिसमें वह बस जाना चाहते थे, वह आज जर्जर हालत में है. घर के अंदर रखा सामान मानों आज भी किशोर दा की प्रतीक्षा कर रहा है. किशोर कुमार के कई किस्से ऐसे हैं जो उनके प्रशंसकों की जुबान पर आ जाते हैं.