MP Board Result: 3 विषय में फेल होने के बाद भी नहीं होगा साल खराब, जानें MP सरकार की स्कीम
Ruk Jana nahi Scheme: मध्य प्रदेश सरकार (mp government) की ओर से प्रदेश के 10वीं और 12वीं में पढ़ने वाले छात्रों के लिए `रुक जाना नहीं` योजना चलाई जाती है. इस योजना का उद्देश्य बोर्ड परीक्षाओं में फेल होने वाले छात्रों और जो छात्र किसी कारण से अपनी पढ़ाई बीच में छोड़ दिए थे उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए बढ़ावा देना है. आइए जानते हैं `रुक जाना नहीं` योजना (Ruk Jana nahi Scheme) के बारे में-
Ruk Jana nahi: मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) की ओर से जल्द ही 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट जारी होने वाले हैं. कई बार कई छात्र 3 विषयों में फेल हो जाते हैं, जिस कारण उनका साल खराब हो जाता है. ऐसे में CM शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh) चौहान ने साल 2016 में प्रदेश के 10वीं-12वीं बोर्ड छात्रों के लिए रुक जाना नहीं योजना (Ruk Jana nahi Scheme) लॉन्च की थी. यह योजना बोर्ड परीक्षा में फेल हुए छात्रों को दोबार परीक्षा देकर पास होने का एक मौका देती है, जिससे छात्र का पूरा साल खराब होने से बचाया जा सके.
नहीं खराब होगा छात्रों का साल
रुक जाना नहीं योजना के तहत MP बोर्ड 10वीं और 12वीं की मुख्य परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को एक और मौका मिलता है. इसके लिए मध्य प्रदेश स्टेट ओपन स्कूल (MPSOS) की ओर से साल में दो बार जून और दिसंबर में परीक्षा आयोजित कराई जाती है.
ये भी पढ़ें- MP: 55 हजार की रिश्वत ले रहा था बाबू, पकड़ने जाने पर की हाथापाई, CCTV में कैद हुई घटना
रुक जाना नहीं परीक्षा के लिए कौन है पात्र आवेदन हेतु पात्रता
- योजना का लाभ पाने के लिए छात्र का मध्य प्रदेश का स्थाई निवासी होना जरूरी है
- छात्र मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं में अनुत्तीर्ण होना चाहिए
- योजन के अंतर्गत वर्ष 2016 से पहले के अनुत्तीर्ण छात्र योजान के अंतर्गत आवेदन हेतु पात्र नहीं होंगे।
- रुक जाना नहीं योजना के लिए अन्य राज्य के छात्र पात्र नहीं हैं
जानें आवेदन के लिए कितनी लगती है फीस
- अगर छात्र एक विषय में फेल हुआ है तो सामान्य श्रेणी के छात्रों को 730 रुपए जबकि SC, ST, BPL वर्ग, पिछड़ी जाती और दिव्यांग छात्रों को 500 रुपए बतौर फीस देनी होंगे
- अगर छात्र दो विषयों में फेल हुआ है तो सामान्य श्रेणी के छात्रों को 1460 रुपए जबकि SC, ST, BPL वर्ग, पिछड़ी जाती और दिव्यांग छात्रों को 960 रुपए बतौर फीस देनी होंगे
- अगर छात्र तीन विषयों में फेल हुआ है तो सामान्य श्रेणी के छात्रों को 1730 रुपए जबकि SC, ST, BPL वर्ग, पिछड़ी जाती और दिव्यांग छात्रों को 1110 रुपए बतौर फीस देने होंगे
- अगर छात्र चार विषयों में फेल हुआ है तो सामान्य श्रेणी के छात्रों को 1960 रुपए जबकि SC, ST, BPL वर्ग, पिछड़ी जाती और दिव्यांग छात्रों को 1260 रुपए बतौर फीस देने होंगे
- अगर छात्र पांच विषयों में फेल हुआ है तो सामान्य श्रेणी के छात्रों को 2210 रुपए जबकि SC, ST, BPL वर्ग, पिछड़ी जाती और दिव्यांग छात्रों को 1410 रुपए बतौर फीस देने होंगे