सीहोर:  भोपाल लोकायुक्त ने सहायक जेल अधीक्षक (jail superintendent) को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. जेल अधीक्षक महावीर सिंह बघेल नसरुल्लागंज जेल (Nasrullaganj Jail)  में बंद आवेदक के साले रामविनास ऊर्फ भूरा और 4 अन्य लोग को प्रताड़ित ना करने व मुलाकात करवाने के बदले 20 हजार रुपये की रिश्वत (Sehore jailor bribe) ले रहे थे.


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बता दें कि दिनांक 5 जनवरी 2023 को आवेदक अर्जुन पवार पिता बाबूलाल पवार निवासी बजरंगकुटी नसरुल्लागंज जिला सीहोर ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल को शिकायती आवेदन दिया कि सहायक जेल अधीक्षक महावीर सिंह बघेल नसरुल्लागंज जेल में बंद आवेदक के साले रामनिवास उर्फ भूरा एवं अन्य चार लोगों को प्रताड़ित ना करने एवं उनसे मुलकात करवाने व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के एवज में प्रत्येक से 20-20 हजार रुपये की रिश्वत राशि की मांग की गई थी.


लोकायुक्त टीम ने बनाई योजना
अब शिकायत पर ये भी पाया कि महावीर सिंह बघेल की छवि एक भ्रष्ट अधिकारी की है. साथ ही रिश्वत संबंधी शिकायत भी सही है. तब पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त भोपाल ने निर्देशन में प्लाल बनाया गया.  डीएसपी सलिल शर्मा के नेतृत्व में ट्रेपकर्ता अधिकारी निरीक्षक घनश्याम सिंह मर्सकोले, निरीक्षक आशीष भट्टाचार्य, निरीक्षक मयूरी गौर की टीम ने द्वारा आरोपी सहायक जेल अधीक्षक महावीर सिंह बघेल को रंगे हाथों 20 हजार रुपये की रिश्वत लेत हुए पकड़ा है.


शिकायतकर्ता ने क्या कहा
शिकायतकर्ता ने कहा की काफी समय से जेल अधीक्षक हमसे 20 हजार रुपये की मांग कर रहा था. इसके बाद हमने लोकायुक्त को लिखित शिकायत दी थी. वहीं लोकायुक्त अधिकारी ने कहा कि इनकी संपत्ति की जांच भी की जाएगी.