आकाश द्विवेदी/भोपालः लंपी वायरस के प्रकोप के चलते बड़ी संख्या में गायों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं. अब मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरा है. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि सरकार समय रहते जो कदम उठाने चाहिए थे, वो कदम नहीं उठाए गए. कमलनाथ ने सरकार पर चीता इवेंट में लगे रहने का आरोप लगाया. 


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क्या बोले कमलनाथ
 कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा कि मध्य प्रदेश में लंपी वायरस का प्रकोप दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. प्रदेश के कई हिस्सों में गौमाताएं बड़ी संख्या में इस वायरस से संक्रमित होती जा रही हैं. बड़ी संख्या में गौमाताओं की इस वायरस से तड़प-तड़पकर मौत भी हो रही है. सरकार को समय रहते जो कदम उठाने चाहिए थे, वह अभी तक नहीं उठाए गए हैं. सरकार पिछले कई दिनों से चीता इवेंट में ही लगी रही. अभी अगर सरकार चीता इवेंट से बाहर निकल आई है तो उसे प्रदेश में गौमाताओं की सुध लेनी चाहिए. 


कमलनाथ ने आगे लिखा कि आज मध्य प्रदेश में गौशालाओं की, गौमाताओं की जो स्थिति है, सड़कों पर गौमाता प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार हो रही है. उनको खाने का चारा तक नहीं मिल पा रहा है. गौशालाओं में अव्यवस्था का अंबार है. जिसके कारण प्रदेश में हजारों गौमाताओं की मौत की तस्वीरें अभी तक सामने आ चुकी है. उसे देखते हुए आज आवश्यकता है कि प्रदेश में गौमाताओं की, गौशालाओं की सुध लेने की, लेकिन सरकार को पूरा ध्यान अभी गौमाताओं की बजाय चीता इवेंट पर लगा हुआ है. कमलनाथ ने लिखा कि मैं सरकार से मांग करता हूं कि सरकार इस संबंध में तुरंत आवश्यक कदम उठाए.  


सीएम शिवराज ने दिए अहम निर्देश
वहीं शिवराज सरकार लंपी वायरस को लेकर अलर्ट मोड र है. लंपी वायरस को लेकर सीएम शिवराज ने इस महीने तीसरी बैठक ली उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि लंपी वायरस के खिलाफ किए जा रहे उपायों की जानकारी पशुपालकों को दें, ग्राम सभा बुलाकर लोगों को सूचित करें. गौशालाओं में टीकाकरण हो. अधिकारी लंपी वायरस को पूरी गंभीरता से लें और लोगों को जागरुक करें. संक्रमित पशुओं का आवागमन प्रतिबंधित करें. मुख्य मंत्री के निर्देश पर भोपाल में राज्य स्तरीय रोग नियंत्रण कक्ष के दूरभाष क्रमांक 0755-2767583 टोल फ्री नंबर 1962 जारी किए गए हैं. 


बता दें कि लंपी वायरस का प्रकोप इन दिनों देश के राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में फैला हुआ है. लंपी स्किन डिजीज को पशु चेचक भी कहा जाता है. यह एक वायरल बीमारी है जो कैपरी पॉक्स वायरस से पशुओं में फैलती है.