MP Election News/प्रमोद शर्मा: मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले नाराज नेताओं और कार्यकर्ताओं का बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का सिलसिला जारी है.  लंबे समय से मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज बीजेपी के अपने कार्यकर्ता इस कदर नाराज हैं कि वह पार्टी छोड़ विपक्षी पार्टी जॉइन कर रहे हैं. दतिया, सुरखी और सांची समेत मध्य प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से बीजेपी के अपने कार्यकर्ता पार्टी के नेताओं से इस कदर नाखुश हैं कि खुलकर मोर्चा खोल रहे हैं या फिर पार्टी से रुखसत हो रहे हैं. यह बीजेपी के लिए अच्छे संकेत नहीं माने जा रहे. 


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चुनाव से पहले इस पलायन को बीजेपी के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है. अब बीजेपी मे टूटन पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य का दर्द बाहर आया है.  इन्हीं हालातों पर प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज कटारे ने सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए कार्यकर्ताओं के पलायन पर दुख जताया है. देश कार्यसमिति सदस्य का सार्वजनिक सोशल मीडिया पर यह पोस्ट डालना बताता है कि नेताओं की अब पार्टी में सुनवाई नहीं बची है तो कार्यकर्ता की क्या सुनवाई होगी?


कांग्रेस में शामिल हुए ये नेता
इससे पहले प्रदेश उपाध्यक्ष और बीजेपी विधायक बहादुर सिंह चौहान भी कार्यकर्ताओं की नाराजगी और मुख्यमंत्री समेत अन्य नेताओं पर कार्यकर्ताओं से मुलाकात के लिए समय ना देने का आरोप खुलकर लगा चुके हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी सम्मान ना मिलने की बात सार्वजनिक रुप से स्वीकार की है. रविवार को कांग्रेस ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और मंत्र गोपाल भार्गव के गढ़ में सेंध मारते हुए दो दिग्गजों को अपनी पार्टी में शामिल कर किया पीसीसी कार्यालय में रविवार को दतिया के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अवधेश नायक और सुरखी के राजकुमार धनौरा कांग्रेस में शामिल हुए. 



नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव के गढ़ में सेंध
अवधेश नायक दतिया से 2008 में नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव लड़े थे. उस समय वे उमा भारती की जन शक्ति पार्टी से चुनाव लड़े थे. नायक ने दतिया से चुनाव हारने के बाद बीजेपी में वापसी  की थी. राजकुमार धनौरा सागर से बीजेपी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. इसके अलावा मशहूर कवयित्री अंजुम रहबर भी कांग्रेस कांग्रेस में शामिल हो गई हैं. पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने रविवार को अंजुम रहबर को सदस्यता दिलाई.