आकाश द्विवेदी/भोपाल: मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है. सचिवालय की ओर से जारी आदेश के अनुसार एमपी विधानसभा का मानसून सत्र 25 जुलाई से शुरू होकर 29 जुलाई तक चलेगा. यानी सत्र की कुल अवधि 5 दिन की होगी. इसी दौरान तमाम बैठकें और सरकारी काम होंगे, लेकिन सत्र की अवधि छोटी होने को लेकर विपक्ष ने ऐतराज जताया है.


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क्या खास होगा सत्र में
मानसून सत्र में सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रथम अनुपूरक बजट प्रस्तुत करेगी. इसके साथ ही मध्यप्रदेश नगर पालिक विधि संशोधन और भू राजस्व संहिता संशोधन विधेयक भी सरकार लाएगी.


चुनावों के बाद सत्र
राज्य में त्रिस्तरीय (गांव, जनपद और जिला) पंचायत और नगरीय निकाय के चुनाव की प्रक्रिया 18 जुलाई को पूरी हो जाएगी और इसके एक सप्ताह बाद विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होगा. इतने दिनों पहले से अधिसूचा जारी होने से अब विधायकों को प्रश्न, ध्यानाकर्षण, याचिका और शून्यकाल की सूचना देने के लिए पर्याप्त समय मिल सकेगा.


विपक्ष विफरा
मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के छोटे होने को लेकर विपक्ष विफर गया है. नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि हमने कम 3 सप्ताह का सत्र बुलाए जाने की मांग की थी, लेकिन सरकार मुद्दों पर चर्चा से बच रही है. गोविंद सिंह ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष और जनता की आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है. सत्र की समय अवधि बढ़ाई जाए नहीं तो विपक्ष विरोध प्रदर्शन करेगा.


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