Condition of Stray Cows in Madhya Pradesh: खुद को गोवंश हितेषी बताने वाली मध्य प्रदेश (MP News) की शिवराज सरकार (Shivraj Sarkar) में गोवंश की हालत बद से बदतर होती जा रही है. गोवंश भूखे प्यासे सड़कों पर भटक रही हैं और हादसों का शिकार हो रही हैं. राजगढ़ जिले में रोजाना सड़क हादसों में दर्जनों गोवंश की मौत हो रही हैं, आखिर इन गौवंशों की मौत का जिम्मेदार कौन है? क्या सरकार गोवंशों को लेकर थोड़ा भी चिंतित है? अगर सरकार गोवंश को लेकर चिंतित होती तो सड़कों पर भूखी प्यासी गोवंश नजर नहीं आते और दर्जनों गोवंश की मौत नहीं हो रही होती. गौशालाओं में ना तो खाने को चारा है ना पानी है. यही कारण है कि ये गोवंश सड़कों पर नजर आ रहे हैं. गौशालाओं में अच्छी व्यवस्था होती तो यह गोवंश सड़कों पर दम नहीं तोड़ रहे होते.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Attack On Minister: AAP के मंत्री पर मध्य प्रदेश में हमला, गाड़ी पर दनादन फेके गए पत्थर


वहीं, जिला पशु अधिकारी का कहना है कि गौशालाओं में गोवंश को रखने की जितनी क्षमता है. उतनी गोवंश रखी जा रही है. जिले में गोवंश की संख्या काफी ज्यादा अधिक है. इसलिए सड़कों पर गोवंश भटक रहे हैं. जिले में आवारा गोवंश की 64000 संख्या है, जिसमें से 16000 गोवंश को गौशालाओं में रखा जा रहा है.


मंदसौर में सड़कें आवारा पशुओं से भरी रहती हैं
दूसरी ओर मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले की बात करें तो यहां आवारा पशुओं की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सड़कें आवारा पशुओं से भरी रहती हैं. जिसके कारण कई लोग दुर्घटनाओं के भी शिकार हो रहे हैं. स्थानीय निकाय इस मामले में खुद को बेबस पा रहा है कड़ी, कार्रवाई की बात की जा रही है लेकिन स्थिति जस की तस है.


शहर की सड़कों पर तकरीबन 700 गायें दिनभर विचरण करती रहती हैं. जिसमें से 200 सांड है,, शहर के 250 पशुपालकों में से कुछ पशुपालकों को बुलाकर नगर पालिका में भी समझाइश दी गई, लेकिन स्थिति में कोई सुधार दिखाई नहीं दे रही है.


रिपोर्ट: राजगढ़(अनिल नागर)/मनीष पुरोहित(मंदसौर)