राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: धार्मिक नगरी अवंतिका उज्जैन (Ujjain) में प्रवेश के चार से पांच मुख्य द्वार है. उन्हीं में से एक इंदौर (Indore) से उज्जैन में प्रवेश करते वक्त महामृत्युंजय द्वार (Mahamrityunjaya Gate) पड़ता है. द्वार के यहां हाईवे समीप ही आसपास करीब 15 कॉलोनी स्थापित है. शनिवार को उस वक्त महामृत्युंजय द्वार के यहां हंगामा खड़ा हो गया, जब शराब दुकान (Liquor Shop) का मुख्य चौराहे पर उद्घाटन हो गया. व्यापारी ने अंदर सामान रख दुकान का पूजन किया और दूकान चालू कर दी. यह सब देख आस पास रहनेवाले 15 कॉलोनी के रहवासी एकत्रित हो गए और दुकान में हमला बोल दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कॉलोनी के रहवासियों ने दुकान के अंदर का सारा सामान नाली में फेंक दिया. बोर्ड फाड़ दिया और लाइट CCTV कैमरा पर डंडे से मार तोड़ दिए. मौके पर पहुंची थाना नानाखेड़ा पुलिस व क्षेत्रीय तहसीलदार ने मामले को शांत कर एक बार फिर रहवासीयों को दुकान नहीं लगने देने का आश्वासन दिया. 


पूर्व में हुआ था विरोध
दरअसल शराब की दुकान का महामृत्युंजय द्वार पर पहली बार ये विरोध नहीं हुआ दुकान के निर्माण के दौरान 5 अप्रैल को भी रहवासी विरोध कर चुके हैं, यहां तक की पथराव कर चुके हैं. अब जब दोबारा दुकान का उद्घाटन हुआ पूजन हो गया तो रहवासियों का आक्रोश बढ़ गया. सब ने एकजुट होकर आक्रोश जताया कि कोई सुनवाई हमारी नहीं हो रही है. पुलिस व प्रशासन के लोग झूठा आश्वासन देते हैं. कई शिकायतों के बावजूद निराकरण नहीं हो रहा. जबकि सांसद का घर यहीं 50 मीटर की दूरी पर है.


रहवासी परेशान दुकान खुलने से जीना होगा दुश्वार
रहवासियों का कहना है कि ये महाकालेश्वर मंदिर के लिए उज्जैन के मुख्य मार्गो में से एक है. यहां जरूरी नहीं है दारू की दुकान खुले, यहां दवाखना भी खोल सकते हैं. कई व्यापार है करने को, ये महामृत्यंजय द्वारा पहचान है शहर की, यहां आए दिन नेता अभिनेता और कई VIP का काफिला गुजरता है. आम जन निकलते हैं हम यहां यह सब नही खुलने देंगे. रहवासीयों ने कहा बहन बेटियां बच्चे सभी रात बिरात गुजरते हैं. यहां एक शिव मंदिर भी है. लोग घूमने के बहाने, दर्शन को भी निकलते हैं. शराब दुकान अगर हो गई तो हमारा निकलना दुश्वार हो जाएगा इसे हम किसी भी हाल में यहां स्थापित नहीं होने देंगे.


ये भी पढ़ेंः BJP पर दिग्विजय का करारा प्रहार, जानिए क्यों बोले इनकी छाती पर मूंग दलूंगा?